दिल्लीः आज देशभर में ईद धूमधाम से मनाई जा रही है। लोगों ने सुबह देशभर के विभिन्न मस्जिदों में ईद की नमाज अदा की। इसके बाद शुरू हुआ एक-दूसरे को मुबारकबाद देने का सिलसिला। आपको बता दें कि शुक्रवार की शाम को ईद का चांद नजर आने के साथ ही 24 मार्च को शुरू हुआ रमजान का पाक महीना पूरा हो गया। रमजान का महीना खत्म होने के बाद इस्लामिक कैलेंडर के शव्वाल महीने के पहले दिन ईद मनाई जाती है। इसे ईद-उल-फितर भी कहा जाता है।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को ईद की बधाई दी है। राष्ट्रपति भवन की ओर से शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा कि ईद रमजान के पवित्र महीने के अंत का प्रतीक है। ईद प्यार और करुणा की भावनाओं को बांटने का त्योहार है। त्योहार हमें एकजुटता और आपसी सद्भाव का संदेश देती है।

राष्ट्रपति मुर्मू ने ईद-उल-फित्र की पूर्व संध्या पर नागरिकों को बधाई दी है। उन्होंने सभी से भाईचारे को बढ़ावा देने का संकल्प लेने के लिए कहा है। राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि ईद सद्भाव की भावना से ओत प्रोत है, जो शांतिपूर्ण और समृद्ध समाज बनाने के लिए हमें प्रेरित करता है। भारत की पहली महिला ने कहा कि मैं भारत और विदेशों में रहने वाले सभी नागरिकों को विशेष रूप से हमारे मुस्लिम भाइयों और बहनों ईद-उल-फित्र की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देती हूं।

वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को ईद की शुभकामनाएं दीं। शुक्रवार को पीएम मोदी ने दुनिया भर के लोगों के लिए शांति, स्वास्थ्य और खुशी की कामना की है। पीएम ने कहा कि भारत के लोगों की ओर से मैं आपको और बांग्लादेश की जनता को ईद की बधाई देता हूं। प्रधान मंत्री मोदी ने कहा कि रमजान के दौरान, दुनिया भर के मुसलमानों ने उपवास और प्रार्थना की है। ईद-उल-फित्र के शुभ अवसर पर दुनिया के लोग एकता के मूल्यों को महसूस कर रहे हैं ।

नहीं होगा गार्ड ऑफ चेंज समारोह का आयोजनः  ईद के कारण 22 अप्रैल को राष्ट्रपति भवन में चेंज ऑफ गार्ड समारोह नहीं होगा। यह है सैन्य परंपरा है, जो राष्ट्रपति भवन में हर सप्ताह आयोजित की जाती है। राष्ट्रपति ऑफिस ने कहा कि ईद के कारण राजपत्रित अवकाश के कारण इस शनिवार (22 अप्रैल, 2023) राष्ट्रपति भवन में चेंज ऑफ गार्ड समारोह आयोजित नहीं किया जाएगा।

ईद-उल-फितर को मीठी ईद भी कहा जाता है। इस दिन लोग नए कपड़े पहनते हैं और एक-दूसरे को सेवइयां खिलाते हैं। मुस्लिम धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, पैगंबर हजरत मुहम्मद ने सन् 624 ईस्वी में बद्र की लड़ाई में जीत हासिल की थी। इसी की खुशी में उन्होंने ईद-उल-फितर मनाया और लोगों का मुंह मीठा किया। इसलिए, मुस्लिम इस दिन मीठी सेवईं बनाकर एक-दूसरे को खिलाते हैं। ईद के मौके पर जकात यानी दान देने का भी बहुत महत्व है।

इससे पहले शुक्रवार को दिन में रमजान के महीने की अलविदा नमाज पढ़ी गई। इसके अलावा ईद की जमकर खरीददारी भी हुई। सेवइयां, चूड़ियों और कपड़ों आदि की दुकानों पर जमकर भीड़ लगी रही। मेंहदी लगाने वालों की दुकानों पर भी खूब भीड़ रही।

आपको बता दें कि अरब देशों में भारत से एक दिन पहले ईद मनाई जाती है। इसकी वजह यह है कि अरब देशों में ईद का चांद एक दिन पहले नजर आता है। वहां 20 अप्रैल को ही चांद नजर आ गया था, इसलिए 21 अप्रैल को ईद मनाई गई। भारत में 21 अप्रैल को चांद नजर आया था इसलिए आज शनिवार को ईद मनाई जा रही है।

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