पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को बिहार के दौरे पर रहेंगे। वे दरभंगा और मधुबनी जाएंगे। जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले के बाद हो रहे पीएम मोदी के दौरे के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं।
आपको बता दें कि अतीत में दरभंगा, मधुबनी और आसपास के इलाकों में अलगाववादी और आतंकवादी समूहों के स्लीपर सेल सक्रिय रहे हैं और राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण घटनाओं में उनकी संलिप्तता भी स्थापित हुई है। राज्य के सीमावर्ती जिलों में अलगाववादी पृष्ठभूमि वाले आतंकवादी समूहों के स्लीपर सेल की मौजूदगी से इनकार नहीं किया जा सकता है। आदेश में आगे कहा गया कि सभी “आतंकवादी समूहों और स्लीपर सेल सदस्यों” पर कड़ी और निरंतर निगरानी रखी जानी चाहिए।
बिहार के डीजीपी विनय कुमार ने एक आदेश में कहा है कि सभी आवश्यक निवारक और सुरक्षा उपाय किए जाने चाहिए। असामाजिक तत्वों और आतंकवादी समूहों की गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए गहन वाहन चेकिंग तुरंत शुरू की जानी चाहिए और भीड़भाड़ वाले सार्वजनिक स्थानों, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशनों, मॉल और धार्मिक स्थलों पर निगरानी रखी जानी चाहिए। जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक / पुलिस अधीक्षक सक्रिय रूप से शामिल रहें और निवारक और सुरक्षा संबंधी कार्रवाई करें।
भारत नेपाल सीमा पर सुरक्षाः आदेश में कहा गया है कि भारत-नेपाल सीमा पर अतिरिक्त सतर्कता बरती जानी चाहिए। सशस्त्र बलों की सीमा चौकियों के साथ समन्वय में गहन जांच की जानी चाहिए। भारत-नेपाल सीमा की ओर जाने वाली सड़कों पर भी गहन जांच की जानी चाहिए। प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा बुधवार को जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 अप्रैल को बिहार का दौरा करेंगे, जहां वह मधुबनी जाएंगे और राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेंगे।
पीएमओ के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी 13,480 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन, शिलान्यास और राष्ट्र को समर्पित करेंगे तथा इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करेंगे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली पंचायतों को मान्यता प्रदान करने और प्रोत्साहित करने के लिए राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार भी प्रदान करेंगे।
आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को आतंकियों ने निहत्थे पर्यटकों से उनका धर्म पूछकर गोलियों से भून दिया। इस वारदात को अंजाम देने में आतंकियों ने क्रूरता की सारी हदें पार कर दी। हाथों में अत्याधुनिक AK47 राइफल से लैस होकर पहुंचे आतंकियों ने पर्यटक का धर्म जानने के लिए नाम पूछे, अजान लगवाए, कपड़े उतरवाए। इतना ही नहीं, कश्मीर की वादियों में पहुंचे न्यूली मैरिड कपल की भी नृशंस हत्या की गई। पत्नियों के सामने उनके पति के सिर में गोलियां मारी गई। इस दिल दहला देने वाली और मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना के बाद से पूरा देश गुस्से में उबल रहा है। हरेक भारतीय अपनी सरकार से इस घटना के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के इंतजार में है।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद से पूरे देश की नजरें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर टिकी हैं। देश उम्मीद कर रहा है कि पीएम मोदी जल्द से जल्द आतंकियों और उनके आकाओं के खिलाफ कोई ना कोई कार्रवाई जरूर करेंगे। पीएम मोदी सऊदी अरब का दौरा रद्द कर लौट आए हैं। आते ही वह ऐक्शन में नजर आ रहे हैं। वह तमाम एक्सपर्ट्स से बातचीत कर आगे की रणनीति बनाने में जुट गए हैं।
पीएम मोदी ने मंगलवार को पलगाम हमले की खबर आते ही सउदी से फोन कर गृहमंत्री अमित शाह से सारे अपडेट लिये। पीएम ने तत्काल गृहमंत्री को आदेश दिया कि वह फौरन कश्मीर पहुंचे और वहां के हालात को संभालें। पीएम मोदी से सिग्नल मिलते ही गृहमंत्री कश्मीर पहुंचे और वहां के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला समेत सेना के तमाम अफसरों के साथ बैठक की। शाह आतंकी गोलियों से छलनी हुए लोगों के परिजनों से मिलकर ढांढस बंधाया और घायलों से मिलकर उचित कार्रवाई का आश्वासन भी दिया। शाह अभी भी कश्मीर में ही डंटे हुए हैं।
इस हमले के बाद पीएम मोदी बिहार के दरभंगा में पहली जनसभा को संबोधित करेंगे। पीएम गुरुवार को बिहार के मिथिलांचल इलाके के दौरे पर हैं। ऐसे में तय माना जा रहा है कि पीएम मोदी यहां से ही देशवासियों को कुछ कहेंगे। देशवासी भी पहलगाम हमले पर अपने प्रधानमंत्री का रुख जानने और सुनने को बेताब हैं।
इससे पहले साल 2019 में जम्मू कश्मीर के पुलवामा में CRPF के काफिले पर हुए आतंकी हमले में 37 जवान शहीद हो गए थे। इस आतंकी वारदात के बाद पूरा देश गुस्से से लाल था तब पीएम मोदी ने राजस्थान के चूरू की एक जनसभा में कहा था, ‘लोगों का खून खौल रहा है यह मैं भली-भांति समझ पा रहा हूं, इस समय देश की जो अपेक्षाएं हैं, कुछ कर गुजरने की भावना है। वह भी स्वभाविक है।’
पीएम ने कहा था, ‘हमारे सुरक्षाबलों को पूर्ण स्वतंत्रता दे दी गई है। हमें अपने सैनिकों के शौर्य पर उनकी बहादुरी पर पूरा भरोसा है। हमें पूरा भरोसा है कि देशभक्ति में रंगे हुए लोग सही जानकारी हमारी एजेंसियों तक पहुंचाएंगे। ताकि आतंक को कुचलने में हमारी लड़ाई और तेज हो सके। मैं आतंकी संगठनों को और उनके सरपरस्तों को कहना चाहता हूं कि वह बहुत बड़ी गलती कर चुके हैं। बहुत बड़ी कीमत उनको चुकानी पड़ेगी।’ पीएम मोदी के इस भाषण के कुछ घंटे बाद ही भारतीय सेना ने सीमा पार जाकर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया। माना जाता है कि इस सर्जिकल स्ट्राइक में भारतीय सेना ने सीमा पार जाकर करीब 300 आतंकवादियों को एक झटके में मार गिराया था।