दिल्लीः दिल्ली-एनसीआर समेत पूरा उत्तर भारत इस समय भीषण सर्दी की चपेट में हैं। ठंड की वजह से लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को दिन की शुरुआत घने कोहरे से हुई। शीतलहर जमकर कहर बरपा रहा है। मौसम विज्ञान विभाग का कहना है कि अगले दो दिनों तक शीतलहर से राहत नहीं मिलने वाली है।
मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, उत्तरी राजस्थान, दक्षिणी हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पूर्वी मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, तेलंगाना के कुछ हिस्सों में दो दिनों तक गंभीर शीतलहर की स्थिति बनी रह सकती है।
मौसम विभाग ने बताया कि सोमवार को दिल्ली-एनसीआर में घना कोहरे की चादर छाए रहने के कारण दृश्यता न के बराबर रही। वहीं पंजाब के बठिंडा में शून्य दृश्यता रही, तो अमृतसर में 25 मीटर, अंबाला में 25 मीटर, हरियाणा के हिसार में 50 मीटर, दिल्ली(सफदरगंज) में 25 मीटर, पालम में 50 मीअर, यूपी के आगरा में शून्य, लखनऊ में शून्य, वाराणसी में 25 मीटर, बहराइच में 50 मीटर, प्रयागराज में 50 मीटर, बिहार के पुर्णिया, पटना व गया में 50 मीटर, गंगानगर में 25 मीटर रही।
सफदरजंग इलाके में दृश्यता 25 मीटर और पालम में 50 मीटर रह गई है। नोएडा भी कोहरे की आगोश में है। मौसम विभाग का कहना है कि आज राहत के आसार नहीं हैं।
दिल्ली-एनसीआर घने कोहरे की गिरफ्त में है। कोहरे की चादर देर रात से ही फैली हुई है। साथ में ठंडक का भी वार है। दिल्ली के कई इलाकों में कोहरे के कारण दृश्यता बेहद कम है। रिज और धौला कुआं इलाकों में दृश्यता इतनी कम है कि वाहन चलाना दूभर हो रहा है।
रेल मंत्रालय के मुताबिक, उत्तर भारत में घने कोहरे के कारण रविवार को सैकड़ों ट्रेनें या तो रद्द कर दी गईं या फिर देरी से चलीं। रेल मंत्रालय के एक बयान के मुताबिक, 335 ट्रेनें खराब मौसम की वजह से लेट हुईं जबकि 88 ट्रेनों को रद्द करना पड़ा।
मौसम विभाग ने कहा है कि अगले तीन दिनों के दौरान पूर्वी भारत के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान में खास बदलाव के आसार नहीं दिखाई दे रहे हैं। मध्य भारत में अगले एक दो दिनों में पारा दो से तीन डिग्री तक गिर सकता है। इसके अलावा दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, चंडीगढ़, पंजाब व हरियाणा में कोहरा और बढ़ने की संभावना जताई गई है। यही हाल हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल में रहने वाला है।
मौसम विभाग के मुताबिक अगले 48 घंटों के बाद मौसम में कुछ बदलाव के आसार दिखाई दे रहे हैं। लोगों को शीतलहर से राहत मिल सकती है। हालांकि, पहाड़ों पर बर्फबारी और बारिश की भी संभावना बनी हुई है, जिसका असर मैदानी इलाकों में दिखाई पड़ सकता है।