बालीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को इंडोनेशिया के बाली में शुरू हुए G20 समिट में शामिल होने के लिए यहां आए हुए हैं। जी-20 के पहले सत्र में मंगलवार को फूड एंड एनर्जी सिक्योरिटी पर चर्चा हुई। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन-रूस जंग रोकने पर जोर दिया। इसके बाद मोदी भारतीय समुदाय के लोगों से मिलने पहुंचे और भारत को संबोधित करते हुए कहा कि भारत स्वार्थी नहीं है। भारत दुनिया के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझता है।
पीएम मोदी ने भारतीय को संबोधित करते हुए कहा कि इंडोनेशिया और बाली आने के बाद हर हिंदुस्तानी को एक अलग अहसास होता है। मैं भी वही वाइब्रेशन्स फील कर रहा हूं। हमारा हजारों साल पुराना रिश्ता है। हम हजारों साल से इस परंपरा को निभा रहे हैं। तो चलिए एक नजर डालते हैं पीएम मोदी के भाषण की अहम बातों पर…
The accomplishments of Indian diaspora make us proud. Addressing a community programme in Bali, Indonesia. https://t.co/2VyKTGDTVA
— Narendra Modi (@narendramodi) November 15, 2022
- पीएम मोदी ने कहा कि हम बाली में हैं और यहां से डेढ़ हजार किलोमीटर दूर कटक में बाली जात्रा (यात्रा) चल रही है। हम लोग अकसर बातचीत में कहते हैं- इट्स ए स्मॉल वर्ल्ड। समंदर की लहरों ने दोनों देशों के नातों को जीवंत बना रखा है। भारतीय यहां के विकास में सहयात्री बने हुए हैं।
- उन्होंने कहा कि दोनों देश सुख-दुख के साथी हैं। 2018 में जब यहां भूकंप आया तो हमने ऑपरेशन समुद्र मैत्रीयी चलाया था।
- हम 99 नॉटिकल मील दूर नहीं, 99 नॉटिकल पास हैं। 2014 के पहले और 2014 के बाद के भारत में बहुत फर्क है। वो जो बहुत बड़ा फर्क वो मोदी नहीं है, वो स्किल और स्पीड है।
- अमेरिका की जो कुल आबादी है, उतने तो हमने बैंक अकाउंट खोले हैं। 55 हजार किलोमीटर नेशनल हाईवे बनाए हैं। यह पूरी धरती के करीब-करीब डेढ़ चक्कर लगाने के बराबर है।
- कोरोना काल में भारत ने अपने नागरिकों को जितनी वैक्सीन डोज मुफ्त में लगाई, वो अमेरिका और यूरोपीय यूनियन की आबादी से ढाई गुना ज्यादा है। इसलिए मैं कहता हूं कि भारत बदला है। हम स्वार्थी नहीं हैं। दुनिया को हमसे अपेक्षा है। हम जिम्मेदारी से इसे पूरा कर रहे हैं।
- पीएम मोदी ने कहा कि अगला प्रवासी भारतीय सम्मेलन अगले साल जनवरी में मध्य प्रदेश के इंदौर में होगा। यह भारत का सबसे स्वच्छ शहर है। इंदौर आएं तो अहमदाबाद के काइट फेस्टिवल में भी आइए। अपने साथ इंडोनेशिया के कुछ परिवारों को भी लाइए।