दिल्लीः प्रदूषण के कारण राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लोगों का सांस लेना दुस्वार हो गया है। प्रदूषण के कारण लोगों को आंखों में जलन, गले में खराश और सांसों में दिक्कत जैसी समस्याओं का सामना करने पड़ रहा है। इस बीच दिल्ली सरकार ने इससे निपटने के लिए पूर्ण लॉकडाउन का संकेत दिया है। केजरीवाल सरकार ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान इस बात के संकेत दिए। प्रदेश सरकार कहा कि हम दिल्ली में वायु प्रदूषण को थामने के लिए कंप्लीट लॉकडाउन लगाने को तैयार हैं। यही नहीं केजरीवाल सरकार ने कहा कि यदि दिल्ली के अलावा अन्य राज्यों के आसपास के शहरों में भी इस तरह का लॉकडाउन लगे तो प्रदूषण से निपटा जा सकता है।

इससे पहले दिल्ली की एयर क्वालिटी में रविवार को कुछ सुधार आया। यहां पर शनिवार को AQI 437 था, जबकि रविवार का 24 घंटे का औसत AQI 330 रहा। वायु गुणवत्ता ट्रैक करने वाली वेबसाइट सफर का दावा है कि हवा की गुणवत्ता में यह सुधार हरियाणा और पंजाब में पराली जलाने की गतिविधियों में गिरावट आने के बाद हुआ है। दिल्ली में शुक्रवार को AQI 471 था, जो इस मौसम में अब तक का सबसे खराब था। सफर ने 16 नवंबर की रात से प्रदूषण बढ़ने की आशंका जताई है।

दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने कहा है कि वे आज सुप्रीम कोर्ट में प्रदूषण को और कम करने के लिए लॉकडाउन का प्रपोजल पेश करने वाले हैं। नई दिल्ली के पास के शहर गजियाबाद में एयर क्वालिटी इंडेक्स 331, गुरुग्राम में 287, नोएडा में 321, फरीदाबाद में 298 और ग्रेटर नोएडा में 310 है।

वायु गुणवत्ता ट्रैक करने वाली वेबसाइट सफर ने दावा किया है कि दिल्ली में रविवार को  पीएम 2.5 पॉल्यूशन में पराली जलाए जाने की हिस्सेदारी 12 फीसदी थी, वहीं शनिवार को इसकी हिस्सेदारी 31 फीसदी रही। सफर के मुताबिक 4 नवंबर से 13 नवंबर के बीच दिल्ली के एयर पॉल्यूशन में पराली जलने से होने वाला प्रदूषण की हिस्सेदारी 25 से 28 फीसदी थी।

सफर ने कहा है कि अगले दो दिनों में अगर पराली जलाने की गतिविधियों में इजाफा नहीं होता है तो दिल्ली की एयर क्वालिटी और बेहतर हो पाएगी। हालांकि सफर ने 16 नवंबर की रात से एयर क्वालिटी खराब होने की आशंका जताई है। ऐसा इसलिए, क्योंकि हवा का बहाव रुक सकता है। वहीं 17 नवंबर को हवा गुणवत्ता के बहुत खराब कैटेगरी में होने की आशंका है।

उधर, हरियाणा सरकार ने प्रदूषण के कारण बिगड़े हालात के मद्देनजर प्रदेश के चार जिलों गुरुग्राम, सोनीपत, फरीदाबाद और झज्जर में स्कूल बंद कर दिए हैं। आपको बता दें कि ये चारों जिले एनसीआर (NCR) यानी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र  में आते हैं। साथ ही सभी सरकारी और निजी कार्यालयों को भी कर्मचारियों से वर्क फ्रॉम होम कराने के लिए कहा गया है।

दिल्ली सरकार प्रदूषण के कारण पहले ही स्कूलों को एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया है। हरियाणा सरकार ने तत्काल प्रभाव से नए निर्देश लागू कर दिए हैं। यह निर्देश 17 नवंबर तक लागू रहेंगे। जिला प्रशासन अपने अधिकार क्षेत्र में मुनादी करके इनका व्यापक प्रचार सुनिश्चित करेगा।

केजरीवाल सरकार ने शनिवार को एक सप्ताह के लिए सभी स्कूल बंद कर दिए थे, जबकि सभी सरकारी कर्मचारियों को भी वर्क फ्रॉम होम के लिए कहा गया था। राष्ट्रीय राजधानी में आंशिक लॉकडाउन जैसे यह फैसले पॉल्यूशन के मसले पर की गई इमरजेंसी मीटिंग में किए गए। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इन फैसलों की घोषणा की और चेतावनी दी कि हम संपूर्ण लॉकडाउन के तौर तरीकों पर भी विचार कर रहे हैं। प्राइवेट गाड़ियों को बंद करने का भी सोच रहे हैं। सभी कंस्ट्रक्शन एक्टिविटी रोक दी गई हैं।

वायु गुणवत्ता की पहचानः

  • 0 से 50 के बीच का AQI अच्छा माना जाता है
  • 51 से 100 के बीच का AQI संतोषजनक माना जाता है
  • 101 से 200 के बीच का AQI सामान्य माना जाता है
  • 201 से 300 के बीच का AQI खराब माना जाता है
  • 301 से 400 के बीच का AQI बहुत खराब माना जाता है
  • 401 से 500 के बीच का AQI गंभीर माना जाता है

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