नई दिल्ली.
आईलैशेज के इस्तेमाल से पलकों को घना और आंखों को खूबसूरत बनाया जा सकता है। हालांकि अगर आप पहली बार आईलैशेज खरीदने जा रही हैं तो आपको बता दें कि यह आपके लिए एक कठिन काम साबित हो सकता है। अगर आप सही आईलैशेज का चयन नहीं कर पातीं तो इससे आपको उन्हें लगाते वक्त परेशानी हो सकती है। आईलैशेज खरीदते समय इसका ध्यान रखना जरूरी है-
-आजकल बाजार में दो तरह (डैमी और सिंगल) की आईलैशेज मौजूद हैं। डैमी आईलैशेज को पलकों के किनारों से फिट करना आसान होता है और इससे आंखों को विंग्ड लुक मिलता है। वहीं, सिंगल आईलैशेज को लगाने में थोड़ा समय लगता है, लेकिन इनसे आप अपनी पलकों के बीच के छोटे-छोटे गैप्स को आसानी से भर सकती हैं और इससे उन्हें नेचुरल लुक मिलेगा।
-बाजार में ज्यादातर ब्लैक लैश बैंड के साथ बेहतरीन आईलैशेज मौजूद हैं, लेकिन बेहतर होगा कि आप ट्रांसपेरेंट लैश बैंड वाली आईलैशेज चुनें।
इसके अलावा अगर आप आईलैशेज को पलकों पर लगाने के लिए ग्लू खरीद रही हैं तो सफेद की जगह काली आईलैशेज ग्लू का चयन करें।
दरअसल, सफेद ग्लू पलकों पर नजर आती हैं जिससे आंखें नेचुरल नहीं लगती हैं। वहीं काली आईलैशेज ग्लू से ऐसा कुछ नहीं होता।
-हैवी आईलैशेज खरीदने से बचें। इससे आपको अपनी आंखों का लुक थोड़ा अजीब लगेगा और इसके साथ ही इसके भार से आपकी आंखों को परेशानी हो सकती है, जिसके कारण आप असहज महसूस कर सकती हैं। बेहतर होगा कि आप हल्की आईलैशेज को ही चुनें। इससे आपकी पलकें न सिर्फ घनी लगेंगी, बल्कि इससे उन्हें एक नेचुरल लुक भी मिलेगा।
-गुणवत्ता का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। आईलैशेज खरीदते समय भी गुणवत्ता का खास ध्यान रखें। बेहतर होगा कि आप हल्की आईलैशेज न खरीदें, क्योंकि इन्हें लगाते समय आपको परेशानी हो सकती है। इसलिए खरीदते समय पैसों के बारे में न सोचें और एक अच्छी ब्रांडेड कंपनी की ही आईलैशेज खरीदें क्योंकि आईलैशेज की गुणवत्ता जितनी अच्छी होगी, उन्हें लगाना उतना ही आसान होगा।