चक्रवाती तूफान यास ओडिशा के भद्रक जिले से टकरा गया है। तूफान के कारण यहां 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। मौसम विभाग के मुताबिक आज सुबह 9 बजे से तूफान के लैंडफॉल होने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसके कारण बंगाल और ओडिशा के कई जिलों में भारी बारिश हो रही है। ओडिशा के चांदीपुर और बालासोर जिले के धमरा में तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है। वहीं  पश्चिम बंगाल के कोलकाता और दक्षिण 24 परगना में तेज हवाएं चल रही है तथा बारिश हो रही है।

बेहद खतरनाक रूप ले चुका यास आज दोपहर में ओडिशा के पारादीप और सागर आइलैंड के बीच से गुजरेगा। इसके कारम देश के छह राज्यों बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा, तमिलनाडु और कर्नाटक में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इसके कारण ओडिशा और बंगाल के साथ ही तमिलनाडु और कर्नाटक के कई तटीय इलाकों में मंगलवार से ही तेज बारिश के साथ आंधी चल रही है।

चक्रवाती तूफान यास आज सुबह 6.45 बजे ओडिशा के धमरा से 40 किलोमीटर और बंगाल के दीघा से 90 किलोमीटर दूरी पर था। इससे ओडिशा के चांदीपुर और अब्दुल कलाम आइलैंड पर डीआरडीओ (DRDO) रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन की मिसाइल लॉन्चिंग साइट को नुकसान पहुंचने की आशंका है। आपको बता दें कि देश की सभी लंबी दूरी की मिसाइल्स यहीं से लॉन्च की जाती हैं।

चक्रवाती तूफान यास के मद्देनजर पश्चिम बंगाल और ओडिशा में आपदा राहत की टीमें तैनात हैं। साथ ही वायुसेना तथा नौसेना ने भी अपने कुछ हेलिकॉप्टर और नावें राहत कार्य के लिए रिजर्व रखी हैं। ओडिशा के छह जिलों को हाई रिस्क जोन घोषित किया गया है। इनमें बालासोर, भद्रक, केंद्रपारा, जगतसिंघपुर, मयूरभंज और केओनझार शामिल हैं।

मौसम विभाग के मुताबिक तट से टकराने से पहले यास काफी ज्यादा खतरनाक हो सकता है। इस दौरान 165 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं और दो मीटर से 4.5 मीटर तक लहरें उठ सकती हैं। पश्चिम बंगाल के कोलकाता, हावड़ा और हुगली में भी 70-80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। वहीं उत्तरी और दक्षिणी 24 परगना के तटीय इलाकों में 90 से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने के आसार हैं। हवाओं की रफ्तार 120 किमी प्रति घंटे तक भी पहुंच सकती है।

मौसम विभाग का कहना है कि पूर्वी-मध्य बंगाल की खाड़ी से निकला यह तूफान तेज रफ्तार के साथ उत्तर से उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है। उधर, ओडिशा के बासुदेवपुर में करीब 400 लोगों को शेल्टर होम में शिफ्ट किया गया है।

यास के मद्देनजर कोलकाता हवाई अड्डा  पर बुधवार सुबह 8:30 बजे से शाम 7:45 बजे तक ऑपरेशन बंद रहेगा।  साथ ही भारतीय रेलवे ने दक्षिण से कोलकाता के लिए 38 रूट पर चलने वाली लंबी दूरी की ट्रेनों को 29 मई तक के लिए रद्द कर दिया है। वहीं, ईस्टर्न रेलवे ने भी मालदा-बालुरघाट पैसेंजर ट्रेन 26 और 27 मई के लिए रद्द कर दी है। तूफान की तेजी को देखते हुए रेलवे स्टेशनों पर ट्रेनों को पटरियों के साथ लोहे की जंजीरों से बांधा जा रहा है, ताकि कोई दुर्घटना न हो सके।

यास के कारण पश्चिम बंगाल के शंकरपुर-दिघा बीच पर समुद्र का जलस्तर बढ़ गया है। कोलकाता में सेना के 9 बचाव दलों को तैनाती के लिए तैयार रखा गया है। इनके अलावा 17 दलों को पुरुलिया, झारग्राम, बीरभूम, बर्धमान, पश्चिम मिदनापुर, हावड़ा, हुगली, नादिया के साथ 24 परगना उत्तर और दक्षिण में तैनात किया गया है।

उधर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बताया कि 11.2 लाख लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाया गया है। तूफान के असर से हालिशहर में 40 हजार से ज्यादा घरों को नुकसान हुआ है। इस दौरान 4-5 लोग घायल भी हुए। छुछुरा में भी करीब इतने ही घर क्षतिग्रस्त हुए, जबकि पंदुआ में बिजली गिरने से दो  लोगों की मौत हुई। राज्यपाल जगदीप धनखड़ कोलकाता के अलीपुर स्थित मौसम विभाग के ऑफिस पहुंचे और चक्रवात से निपटने के लिए की गई तैयारियों का जायजा लिया।

मौसम विभाग ने बिहार में अगले 2-3 दिन के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। राज्य में 27 और 28 मई को भारी बारिश होने की आशंका है। वहीं, झारखंड में यास को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। राज्य के दक्षिणी और मध्य क्षेत्रों में दो से तीन दिन तेज बारिश के साथ आंधी-तूफान चल सकते हैं। पूर्वी सिंघभूम और रांची जिलों में एनडीआरएफ (NDRF) की टीमें भी तैनात कर दी गई हैं।

 

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