प्रचंड हो रहा यास, समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें

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नई दिल्ली.
बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान यास प्रचंड होता जा रहा है। इसकी वर्तमान स्थिति पूर्व मध्य और पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी में है। यह उत्तर पश्चिम दिशा की तरफ 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। जमीन से टकराने के दौरान हवा की गति 160 से 170 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है। प्रशासन ने अलर्ट रहने एवं जरूरी इंतजाम करने को कहा है। राहत टीमों को प्रभावित होने वाले राज्यों में भेजा जा रहा है। तूफान से उत्तर प्रदेश तक का मौसम बिगड़ सकता है। यूपी के 27 जिलों में 24 से 28 मई के बीच भारी बारिश की आशंका है।

बंगाल की खाड़ी में हमेशा से खतरनाक साइक्लोन आते रहे हैं। वहां ज्ञात सबसे खतरनाक तूफानों में द ग्रेट भोला का नाम लिया जाता है। यह तूफान 1970 में आया था और इसके चलते बांग्लादेश में करीब 3 लाख लोगों की जानें गई थीं। उस दौरान बांग्लादेश से लगे समुद्र में 35 फीट ऊंची लहरें उठी थीं, जिन्होंने बांग्लादेश के बड़े भू-भाग को अपना निशाना बनाया था। उस वक्त बांग्लादेश में स्वतंत्रता की लड़ाई चल रही थी। ऐसे में पाकिस्तान के मौसम विभाग की इस तूफान को लेकर दी गई चेतावनी पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया था।

‘यास’ कल यानी बुधवार को बंगाल के तट से टकराएगा। बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरे दबाव का क्षेत्र सोमवार को चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है। कहा जा रहा है कि लैंडफॉल के समय हवा की रफ्तार 170 किलोमीटर प्रति घंटा तक जा सकती है।

नौसेना के गोताखोरों की दो टीमों को बोट और अन्य उपकरणों के साथ तैयार रहने को कहा है। एक राहत बचाव टीम को डायमंड हार्बर में स्टैंडबाय पर रखा गया है। जरूरत पड़ने पर उनका इस्तेमाल भी किया जाएगा। ये टीम उन सभी उपकरणों से लैस हैं जो लोगों को तुरंत राहत पहुंचा सके। इनमें घायलों को निकालने, सड़कों से तूफान में गिरे पेड़ों को हटाना, सड़कों से मलबा हटाने और राहत सामग्री को ज़रूरतमंद लोगों तक पहुंचाने का काम करेंगे।

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