उत्तराखंड विधानसभा चुनाव होने में अभी करीब एक साल बाकी है लेकिन अभी जो हालात बने हैं उससे तो साफ है कि जल्द ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की छुट्टी हो जाएगी. सूबे में बीजेपी की सरकार है और सरकार के अंदर सियासी घमासान चरम पर है. माना जा रहा है कि बीजेपी राज्य में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को बदलकर उनकी जगह किसी नए चेहरे को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला करेगी. क्योंकि रावत के खिलाफ पार्टी के विधायक और मंत्रियों ने मोर्चा खोल रखा है.
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सोमवार की शाम नई दिल्ली में बीजेपी नेता अनिल बलूनी के घर मुलाकात के लिए पहुंचे. उधर, संसद भवन में अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उत्तराखंड के केंद्रीय पर्यवेक्षक दुष्यंत गौतम से मुलाकात की. इस बीच पार्टी महासचिव बीएल संतोष भी बीजेपी अध्यक्ष और गृह मंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे, फिर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, संगठन महासचिव बीएल संतोष ने गृह मंत्री अमित शाह से चर्चा की. ऐसे में सीएम की रेस में कई बीजेपी दिग्गज नेताओं के नाम सामने आए हैं.
देहरादून बीजेपी के पर्यवेक्षक के तौर पर गए छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और दूसरे पर्यवेक्षक उत्तराखंड के प्रभारी महासचिव दुष्यंत गौतम अपनी रिपोर्ट बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व को सौंप सकते हैं, जिस पर मंगलवार (9 मार्च) को बीजेपी की पार्लियामेंट्री कमेटी की बैठक में उत्तराखंड को लेकर बड़ा फैसला हो सकता है.
सूत्रों की मानें तो उत्तराखंड में सीएम बदलने की तैयारी की रूपरेखा लिखी जा रही है. ऐसे में त्रिवेंद्र सिंह रावत की जगह पार्टी धन सिंह रावत या सतपाल महाराज के नाम पर नए सीएम के तौर पर विधायको के बीच सहमति बनाने की कोशिश की जा रही है. अगर इन दोनों नेताओं पर सहमति नहीं बनी तो केंद्र की तरफ से नैनीताल लोकसभा सांसद अजय भट्ट और राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी के नाम बढ़ाये जा सकते हैं.
बता दें कि त्रिवेंद्र सिंह रावत के खिलाफ कई मंत्रियों और विधायकों के मोर्चा खोलने के बाद बीजेपी आलाकमान ने शनिवार (6 मार्च) को दो केंद्रीय नेताओं को पर्यवेक्षक बनाकर देहरादून भेजा था. देहरादून पहुंचे डॉ. रमन सिंह और उत्तराखंड के प्रभारी महासचिव दुष्यंत गौतम ने कोर कमेटी के सदस्यों की राय ली. साथ ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह के साथ भी लंबी चर्चा की और दिल्ली लौट आए और अब पर्यवेक्षक पार्टी हाई कमान को अपनी रिपोर्ट सौंप सकते हैं. उत्तराखंड में अगले साल के शुरुआत में ही विधानसभा के चुनाव होने हैं, जिसे लेकर विपक्ष जोरदार तरीके से तैयारी में जुट गया है. वहीं, बीजेपी में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को लेकर पार्टी में एक गुट ने मोर्चा खोल दिया है. सीएम को बदलने की मांग राज्य में पार्टी का एक धड़ा काफी लंबे समय से कर रहा है और माना जा रहा है कि इसी को लेकर दो पर्यवेक्षकों को उत्तराखंड भेजा गया था, जिसके बाद उन्होंने राज्य के 4 बीजेपी सांसदों और 45 विधायकों के साथ बैठक की थी और नए सीएम की संभावना को लेकर भी बातचीत की गई थी.