नई दिल्ली. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण की शुरुआत रवींद्रनाथ टैगोर की लाइन से की-फेथ इज द बर्थ दैट फील्स द लाइट एंड सिंग्स व्हेन द डॉन इज स्टिल डार्क।’ इसका मतलब है, ‘विश्वास वह चिड़िया है, जो सुबह के अंधेरे में भी रोशनी महसूस कर लेती है और गाती है।’ वित्त मंत्री ने कहा कि इतिहास में यह पल एक नए युग की सुबह का है, जिसमें भारत उम्मीद की भूमि बनने की ओर अग्रसर है।
इस शुरुआत के साथ ही माना जाने लगा था कि इस बार बजट में बंगाल पर ज्यादा फोकस है। चूंकि वहां भाजपा पूरी चुनावी ताकत झोंक चुकी है और वहां से उसे अप्रत्याशित परिणाम की उम्मीद भी है, इसलिए भाजपा नेतृत्व वाली सरकार का साथ भी जरूरी है। अनुमान के मुताबिक, बजट में बंगाल समेत गैर-भाजपा शासित राज्यों को करोड़ों के डेवलपमेंट पैकेज का ऐलान किया गया है। वित्त मंत्री ने बजट पेश करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में 675 किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए 25 हजार करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। वित्त मंत्री ने बताया कि कोलकाता-सिलीगुड़ी रोड का अपग्रेडेशन होगा। इनके अलावा 34 हजार करोड़ रुपये असम में नेशनल हाईवे पर खर्च होंगे।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि इस बार का बजट डिजिटल बजट है, ये ऐसे वक्त में आ रहा है जब देश की जीडीपी लगातार दो बार माइनस में गई है, लेकिन ये ग्लोबल इकोनॉमी के साथ ऐसा ही हुआ है। साल 2021 ऐतिहासिक साल होने जा रहा है। सीतारमण ने अपने बजट भाषण में आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना का ऐलान किया। 64180 करोड़ रुपये नई स्वास्थ्य योजनाओं पर खर्च होंगे। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट में ‘आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना’ का ऐलान किया है। इस पर 64 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम खर्च करेगी।
गैर-भाजपा शासित राज्यों पर भी फोकस : वित्त मंत्री ने बताया कि भारतमाला प्रोजेक्ट के लिए 3.3 लाख करोड़ रुपये दिए जा चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए इकोनॉमिक कॉरिडोर बनाने का एलान किया। उन्होंने बताया कि 3500 किमी नेशनल हाईवेज प्रोजेक्ट के तहत तमिलनाडु में 1.03 लाख करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसका कंस्ट्रक्शन अगले साल शुरू होगा। वहीं, 1100 किमी नेशनल हाईवे केरल में बनेगा। इसके तहत मुंबई-कन्याकुमारी कॉरिडोर भी बनेगा। इस पर 65 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे।