गणतंत्र दिवस पर किसानों ने नए कृषि कानूनों के खिलाफ ट्रेक्टर रैली निकाली. इस दौरान दिल्ली के कई इलाकों में जमकर हिंसा हुई. सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया. पुलिस पर लाठी, डंडों और तलवार से हमला हुआ. लोकतंत्र के प्रतीक लाल किला में तोड़फोड़ हुई. जिस लाल किले पर देश के प्रधानमंत्री तिरंगा फहराते हैं, वहां सिखों के धार्मिक झंडे निशान साहब को फहरा दिया और राष्ट्रीय ध्वज को अपमानित किया गया.
दिल्ली के शहीदी पार्क में घायल पुलिसवालों के परिजन कार्ड लेकर प्रोटेस्ट पर बैठे. यह प्रोटेस्ट दोपहर एक बजे से शाम पांच बजे तक चला. वहां कुछ घायल पुलिसवाले भी मौजूद रहे. इसके अलावा दिल्ली पुलिस की कुछ महिला कर्मचारी भी वहां मौजूद थीं. इन सबकी मांग थी कि 26 जनवरी को दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में जो हिंसा हुई उसके आरोपियों के खिलाफ जल्द से जल्द सख्त कार्रवाई की जाए.
बता दें कि गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा में दिल्ली पुलिस के करीब 400 कर्मचारी घायल हुए थे. हिंसा में घायल हुए पुलिसकर्मियों से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मिलने अस्पताल भी पहुंचे थे. पूरी घटना को लेकर दिल्ली पुलिस ऐक्शन मोड में हैं और उपद्रवियों की पहचान के लिए आम जनता से भी विडियो फुटेज मांगी गई है. आपको बता दें कि परेड के दौरान ट्रैक्टर पलटने की वजह से एक शख्स की मौत भी हुई थी.