Tractor Rally
(फाइल फोटो)

गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर रैली को लेकर कई दिनों से हंगामा मचा था। किसान इस दिन दिल्ली में ट्रैक्टर रैली को लेकर अड़े थे और दिल्ली पुलिस ने साफ कह दिया था कि रैली निकालने की अनुमति नहीं दी जाएगी। मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा। कोर्ट ने कहा कि इस पर दिल्ली पुलिस निर्णय ले कि रैली के लिए अनुमति देनी है कि नहीं। इसके बाद दिल्ली पुलिस और किसानों के बीच सहमति के वार्ता शुरू हुई। अब खबर आई है कि दिल्ली पुलिस ने किसानों को गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर रैली करने की अनुमति दे दी है।

बता दें कि हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश की पुलिस से कई दौर की बातचीत के बाद आखिरकार शनिवार (23 जनवरी) शाम किसानों को 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर परेड की मंजूरी मिल गई।

किसान संयुक्त मोर्चा की आज देर शाम को आयोजित बैठक में इस बात की जानकारी दी गई। इस बैठक में वालंटियर से लेकर खाने-पीने की व्यवस्था पर चर्चा की जा रही है। किसानों ने दावा किया है कि विश्व पटल पर आज तक ऐसी परेड न तो किसी ने निकाली होगी और न ही देखी होगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश पुलिस ने भी हर स्तर पर मदद का भरोसा दिया है ताकि किसी तरह की परेशानी ना हो। समय और स्थान को लेकर किसान नेताओं ने कहा कि जब तक प्रत्येक ट्रैक्टर परेड रूट से होकर वापस अपने धरने तक नहीं लौट आता है, तब तक परेड चलेगी। यह 24 घंटे से 72 घंटे तक भी हो सकती है। जहां तक रूट का सवाल है, वह रविवार को सांझा कर दिया जाएगा।

इतना तय है कि हर बार्डर के लिए अलग से रूट प्लान किया गया है। चूंकि जितनी संख्या में किसान पहुंच रहे हैं, उसमें एक रूट पर पूरी परेड निकाला पाना संभव नहीं है। ऐसे में जत्थेबंदियों ने तय किया है कि पांचों रूटों के लिए अलग-अलग प्लान हुआ है। किसान नेता योगेंद्र यादव, डा. दर्शनपाल, गुरनाम सिंह चढूनी आदि ने बताया कि कुंडली बार्डर के लिए रूट अलग होगा, टिकरी के लिए अलग, गाजीपुर, शाहजहांपुर और पलवल के धरने का अलग रूट तय किया गया है। फाइनल रूट प्लान जल्द ही सांझा कर दिया जाएगा।

इससे पहले किसान नेताओं और तीन राज्यों, हरियाणा, उत्तर प्रदेश व दिल्ली पुलिस के आला अधिकारियों के बीच पांचवें दौर की वार्ता हुई। इसके बाद दोनों पक्षों में परेड को लेकर रूट पर सहमति बनी है। किसान नेताओं ने बताया कि यह किसान आंदोलन के लिए बड़ी जीत है। इधर, नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिन को ‘आज़ाद हिंद किसान दिवस’ के रूप में देशभर में मनाया गया। अलग-अलग जगहों पर विरोध प्रदर्शन और धरने लगे। उन्होंने बताया कि देशभर से किसानों मजदूरों का दिल्ली आना जारी है।

किसान नेता योगेंद्र यादव ने बताया कि पुलिस के साथ पांच दौर की बैठक के बाद ट्रेक्टर परेड निकालने पर सहमति बनी है। उन्होंने बताया कि पांच रास्तों से परेड निकली जाएगी। यह परेड गण की प्रतिष्ठा बचाने के लिए है। यादव ने कहा कि पूरे देश से किसान परेड में हिस्सा लेने के लिए आएंगे और दिल्ली के अंदर जायेंगे। पुलिस की ओर से परेड को लेकर कोई बयान नहीं दिया गया है।

एक अन्य किसान नेता दर्शन पाल ने कहा कि पुलिस के साथ बैठक में पांच रास्तों पर परेड निकालने पर सहमति हुई है। किसान दिल्ली की सीमा पर जहां जहां धरना प्रदर्शन कर रहे हैं वहां से परेड निकली जाएगी। किसान मुख्य रुप से सिंघू, गाजीपुर और टीकरी सीमा पर आंदोलन कर रहे हैं।
श्री पाल ने बताया कि परेड शांतिपूर्ण होगा और यह करीब एक सौ किलोमीटर तक जाएगा। उन्होंने दावा किया कि परेड में करीब डेढ़ लाख ट्रेक्टर हिस्सा लेगा।
पंजाब , हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के किसानों से ट्रेक्टर लेकर राजधानी में आने का आग्रह किया गया है ।

बता दें कि किसान संगठन पिछले दो माह से कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ और फसलों के नियनूतम समर्थन मूल्य को कानूनी दर्जा देने कि मांग को लेकर राजधानी की सीमा पर आंदोलन कर रहे हैं। सरकार के साथ किसान संगठन ओ की ग्यारह दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन कोई सहमति नहीं बन पाई है।

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