गुरुग्राम में एक स्वास्थ्यकर्मी की मौत हो जाने के बाद परिजनों ने कोरोना की वैक्सीन पर सवाल खड़े किये हैं. मृतक के परिवार वालों के अनुसार, 56 साल की राजवंती को शुक्रवार (22 जनवरी) सुबह अचेत अवस्था में मिलीं. उन्हें मेदांता अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित किया गया. परिजनों का कहना है कि एक हफ्ते पहले राजवंती को कोरोना वैक्सीन लगाई गई थी और उसी की वजह से उनकी मौत हुई है.
वहीं, डॉक्टरों का कहना है कि जिस दिन राजवंती को यह कोरोना वैक्सीन दी गई थी, उस दिन उनमें कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं देखा गया था. गुरुग्राम के चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ. वीरेंद्र यादव का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की वजह पता चल पाएगी. तब तक यह कह जाना सही नहीं होगा कि वैक्सीन लेने के कारण राजवंती की मौत हो गई.
बता दें कि इससे पहले यूपी के मुरादाबाद में एक वार्ड ब्वाय की कोरोना वैक्सीन लेने के कुछ दिनों बाद मौत का मामला सामने आया था, हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि उसकी मौत हार्ट अटैक से हुई थी. भारत में देशव्यापी टीकाकरण का कार्यक्रम पिछले शनिवार से शुरू हुआ था. पहले चरण में तीन करोड़ हेल्थ वर्करों और फ्रंटलाइन वर्करों को टीका लगाया जाना है. इसके बाद 50 साल से ज्यादा उम्र के और गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों को यह वैक्सीन दी जाएगी. सभी को वैक्सीन की दो खुराक दी जानी है.