मोदी सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन कर रहे हैं. वहीं हरियाणा सरकार ने आरोप लगाया है कि कृषि कानून को लेकर कांग्रेस किसानों को भड़का रही है. इस पर अब कांग्रेस की ओर से पलटवार किया गया है. कांग्रेस ने किसान आंदोलन को जन आंदोलन बताते हुए कहा है कि कृषि विरोधी तीनों कानूनों के कारण किसान आंदोलित हैं और विपक्ष पर किसानों को भड़काने का सरकार और बीजेपी का आरोप बेबुनियाद है।
कांग्रेस के हरियाणा के प्रभारी विवेक बंसल तथा हरियाणा प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष कुमारी शैलजा ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हरियाणा के करनाल में रविवार को जो कुछ हुआ उसके लिए खुद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर तथा भारतीय जनता पार्टी जिम्मेदार है। करनाल में मुख्यमंत्री की सभा में की गई तोड़फोड़ के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराना गलत है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसानों के हित में अपना राजनीतिक संघर्ष कर रही है और किसानों की मांग का समर्थन कर रही है लेकिन किसान आंदोलन से उसका कोई लेना देना नहीं है। किसानों का आंदोलन कृषि संबंधी तीन कानूनों को लेकर है और सरकार को किसानों के प्रति संवेदनशीलता दिखाते हुए इन तीनों कानूनों को वापस लेना चाहिए लेकिन वह किसानों की मांग पर विचार करने की बजाय उनको भड़काने और आंदोलन के लिए उकसाने के वास्ते कांग्रेस को जिम्मेदार ठहरा रही है।
बंसल ने कहा कि खट्टर को करनाल में कल हुई हिंसा के लिए खुद के गिरेबान में झांकना चाहिए और इस हिंसा की वजह खोजनी चाहिए। उनका कहना था कि इसके लिए विपक्ष और खासकर कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराना और इस पूरे कार्यक्रम की विफलता का ठीकरा कांग्रेस पर फोड़ना गलत है।