दिल्लीः कोरोना वायरस को लेकर आ रही सूचनाएं चिंता बढ़ाने वाली है। देश के विभिन्न हिस्सों में ब्रिटेन में पाए गए कोविड-19 के न्यू वैरिएंट से संक्रमित होने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार मंत्रालय ने आज यह जानकारी दी।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 25 नवंबर से 23 दिसंबर के बीच ब्रिटेन से भारत आए जिन यात्रियों की कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई, उनके सैंपल आगे की जांच के लिए इन्साकॉग की अलग-अलग लैब में भेजे गए। इन 10 लैब में से छह लैब ने अब तक ऐसे कुल 107 सैंपलों की जांच की , जिनमें से 20 सैंपल कोरोना के न्यू वैरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं। मंत्रालय ने बताया कि सबसे अधिक 50 नमूनों की जांच पुणे स्थित एनआईवी में हुई और वहां मात्र एक यात्री का सैंपलों न्यू वैरिएंट से संक्रमित पाया गया।
वहीं एनसीडीसी दिल्ली में जांच किये गए 14 नमूनों में से आठ, एनआईबीजी कल्याणी, कोलकाता में जांच किए गए सात सैंपरलों में से एक, निम्हांस में जांच गए 15 सैंपलों में से सात, सीसीएमबी में जांच किए गए 15 सैंपलों में से दो और आईजीआईबी में जांचे किए गए छह नमूनों में से एक सैंपल ब्रिटेन के वैरिएंट से संक्रमित पाया गया। वहीं डीबीटी पुणे, आईएलएस भुवनेश्वर, एनसीसीएस, पुणे और डीबीटी बेंगलुरू में एक भी सैंपल जांच के लिए नहीं भेजा गया था।
आपको बता दें ब्रिटेन के अलावा डेनमार्क, नीदरलैंड, इटली, फ्रांस, जर्मनी आदि कई देशों में कोरोना के नए स्ट्रेन के सामने आने के बाद केंद्र सरकार ने भी ब्रिटेन से 25 नवंबर से 23 दिसंबर के बीच भारत आए यात्रियों की ट्रैकिंग शुरू कर दी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को बताया था कि 25 नवंबर से 23 दिसंबर के बीच ब्रिटेन से भारत में करीब 33 हजार यात्री आए। विभिन्न राज्य और केेंद्र शासित प्रदेश इन यात्रियों की ट्रैकिंग करके आरटी-पीसीआर टेस्ट कर रहे हैं।
कोरोना का नया स्ट्रेन अब तक ब्रिटेन, डेनमार्क, नीदरलैंड, आस्ट्रेलिया, इटली, स्विट्जरलैंड, फ्रांस, स्वीडन, स्पेन, जर्मनी, कनाडा, जापान, लेबनान और सिंगापुर में भी पाया गया है। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान में भी यह वैरिएंट पाया गया है।