देश में भले ही कोरोना वायरस के मामले तीन फीसदी बचे हों तो इसका मतलब ये नहीं है कि कोविड-19 महामारी खत्म हो गई है. इस तरह की बातें तो सरकारी तंत्र ही कर सकता है और जनता को भरमा सकता है. लेकिन हकीकत ये है कि ये जो 3 फीसदी एक्टिव मामले दरअसल तीन लाख से अधिक हैं और इतनी बड़ी संख्या में कोरोना वायरस जैसी महामारी के मरीजों को होना छोटी बात नहीं है. यह बात हम इसलिए कह रहे हैं कि क्योंकि लोग मोदी सरकार पर सवाल खड़े कर रहे हैं और पूछ रहे हैं कि क्या अब देश में इस महामारी के नए केस नहीं आएंगे? लोग ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि इन दिनों सरकार की ओर से इस बात पर जोर दिया जा रहा है कि देश में सिर्फ 3 फीसदी ही मामले बचे हैं. लोगों को लगता है कि ऐसी बयानबाजी से सरकार भले ही अपनी पीठ थपथपा ले लेकिन ऐसे में लोग लापरवाह भी हो सकते हैं, जोकि बहुत ही खतरनाक बात है. बहरहाल इस बीमारी को लेकर अब कतई लापरवाही की जरूरत नहीं है. क्योंकि अब तो कोरोना वायरस का नया अवतार भी सामने आ गया है. ब्रिटेन समेत 6 देशों में इस नए वायरस से लोग पीड़ित हो रहे हैं और जो अब तक खबरें आई हैं उसके मुताबिक तो यह बहुत ही खतरनाक वायरस है. ऐसे में महाराष्ट्र की उद्धव सरकार ने बड़ा कदम उठाया है.
क्रिसमस और न्यू ईयर को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने राज्य के नगर निगम क्षेत्रों में 22 दिसम्बर से 5 जनवरी तक रात 11 बजे से सुबह छह बजे तक रात्रिकालीन कर्फ्यू की घोषणा की है. मुंबई के लोगों को 15 दिन ज्यादा सतर्क रहने के आदेश दिए गए हैं. इसके अलावा ब्रिटेन में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन पाए जाने की खबर के बाद महाराष्ट्र सरकार विशेष एहतियात बरत रही है. महाराष्ट्र सरकार के आदेश के मुताबिक यूरोप से महाराष्ट्र में आने वाले लोगों को 14 दिनों के लिये संस्थागत पृथक-वास में भेजा जायेगा. जबकि दूसरे देश के लोगों को घर पर होम क्वारंटाइन किया जाएगा.
बता दें कि इस आदेश के एक दिन पहले ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा था कि राज्य में स्थिति काबू में है और उनकी सरकार की नाइट कर्फ्यू या फिर लॉकडाउन लगाने की कोई योजना नहीं है. ठाकरे ने राज्य की जनता को सोशल मीडिया के जरिये संबोधित करते हुए कहा कि विशेषज्ञ फिर से रात का कर्फ्यू या दूसरा लॉकडाउन लागू करने के पक्ष में हैं, लेकिन वह (ठाकरे) इस तरह के कदम उठाने के समर्थन में नहीं हैं. ठाकरे से कहा था कि अगले छह महीने के लिए मास्क पहनना अनिवार्य होगा.
सीएम ने लोगों से नववर्ष के उत्सव के दौरान सतर्क रहने की अपील की. उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को पूरी तरह से काबू नहीं किया जा सका है, फिर भी स्थिति नियंत्रण में है. ठाकरे ने कहा, ‘इलाज से बेहतर बचाव है. कम से कम अगले छह महीने तक सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनने की आदत डाल लेनी चाहिए.’ उन्होंने कहा कि जो लोग सुरक्षा नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं उन्हें समझना चाहिए कि वे कानून का पालन कर रहे लोगों की जिंदगी खतरे में डाल रहे हैं.
नववर्ष के जश्न के दौरान लोगों से सतर्क रहने की अपील करते हुए ठाकरे ने कहा कि यूरोप में कोरोना वायरस के एक नए स्वरूप (स्ट्रेन) की खोज हुई है, जिस वजह से कई देशों में लॉकडाउन लागू किया गया है क्योंकि और कोई विकल्प नहीं था.