केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावेडकर ने देश में वैश्विक महामारी कोरोना को रोकने के लिए सामुदायिक रेडियो को हथियार बनाने का आह्वान किया है। उन्होंने सामुदायिक रेडियो के माध्यम से जन जागरण अभियान चलाने की बात करते हुए कहा कि अब इन रेडियो को विज्ञापन के लिए प्रति एक घंटे में सात मिनट से अधिक 12 मिनट का समय दिया जाएगा।
जावेडकर ने 22 मई को पहली बार देश के सभी सामुदायिक रेडियो को एक साथ संबोधित करते हुए यह बात कहीं। उन्होंने कहा कि देश में सामुदायिक रेडियो को विज्ञापन के लिए एक घंटे में सात मिनट का समय दिया जाता है जबकि चैनलों को 12 मिनट का समय दिया जाता है लेकिन अब इन सामुदायिक रेडियो को भी 12 मिनट का समय दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सामुदायिक रेडियो देश में कोरोना को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। लोगों को जागरूक तथा सचेत कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि लोग अपने घरों में रहे, मास्क पहने, बार-बार साबुन से हाथ धोये तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। उन्होंने यह भी कहा कि कंटोनमेंट जोन में तो नहीं,लेकिन ग्रीन जोन में आर्थिक गतिविधियां चल रही है,ताकि देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि सामुदायिक रेडियो ने एफएम रेडियो की तरह समाचार पढ़ने की अनुमति मांगी है और सरकार इस पर विचार कर रही है।
आपको बता दें कि देशभर में इस समय 290 सामुदायिक रेडियो हैं। सामुदायिक रेडियो की स्थापना में 75 प्रतिशत खर्च सूचना प्रसारण मंत्रालय देता है जबकि शेष खर्च सामुदायिक रेडियो वाले वहन करते हैं। चालू वित्त वर्ष में सामुदायिक रेडियो का बजट बढ़ाकर 450 करोड़ कर दिया गया है।