दिल्ली डेस्क
दिल्लीः प्रधानमंत्री मोदी वैश्विक महामारी कोरोना से उत्पन्न स्थिति के 54 दिन में पांचवीं बार मंगलवार यानी 12 मई देश के सामने आए। पीएम मोदी ने अपने 33 मिनट के राष्ट्र के नाम संबोधन के चार अहम बातें कहीं। देश को आत्मनिर्भर बनना होगा। आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए 20 लाख करोड़ रुपए का पैकेज दिया जाएगा। आत्मनिर्भर बनने की राह में हमें लोकल प्रोडक्ट्स को अपनाना होगा। लॉकडाउन का चौथा फेज आएगा, लेकिन नए रंग-रूप और नए नियमों वाला होगा। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान लगभग 25 बार आत्मनिर्भर शब्द का जिक्र किया।
भारत में लोगों ने अपने स्वजन खोएः-
पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत देशवासियों को आदरपूर्वक नमस्कार से की। उन्होंने कहा कि कोरोना से मुकाबला करते हुए दुनिया को अब चार महीने से ज्यादा समय बीत गया है। इस दौरान तमाम देशों के 42 लाख से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। पौने तीन लाख से ज्यादा लोगों की दु:खद मृत्यु हुई है। भारत में भी अनेक परिवारों ने अपने स्वजन खोए हैं। मैं उन् सभी के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।
एक वायरस ने दुनिया को तहस-नहस कियाः-
पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि ‘साथियो! एक वायरस ने दुनिया को तहस-नहस कर दिया है। विश्वभर में करोड़ों जिंदगियां संकट का सामना कर रही हैं। सारी दुनिया जिंदगी बचाने के लिए एक प्रकार से जंग में जुटी है। हमने ऐसा संकट न देखा है, न ही सुना है। निश्चित तौर पर मानव जाति के लिए यह सब कुछ अकल्पनीय है। यह संकट अभूतपूर्व है, लेकिन थकना, हारना, टूटना, बिखरना, मानव को मंजूर नहीं है। सतर्क रहते हुए ऐसी जंग के सभी नियमों का पालन करते हुए अब हमें बचना भी है और आगे बढ़ना भी है।