दिल्लीः कांग्रेस ने सरकार पर प्रवासी श्रमिकों के साथ घिनौना मजाक करने का आरोप लगाया है। पार्टी का कहना है कि कोरोना के कारण लागू लॉकडाउन प्रवासी श्रमिको के लिए सबसे बड़ी त्रासदी बन गया है और वे सैकड़ो किलोमीटर पैदल चलकर अपने घर जाने को मजबूर हैं, लेकिन सरकार उनकी मदद करने की बजाय उनके जोर-जबरदस्ती कर रही है।
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने 10 मई को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्रवासी श्रमिक सरकार द्वारा सुविधाएं मुहैया नहीं कराये जाने के कारण पैदल ही अपने घरों जाने को मजबूर हैं, लेकिन उन्हें पैदल भी अपने घर नहीं जाने दे रही है। उन्हें जबरन रोका जा रहा है। हज़ारो श्रमिक विभिन्न राज्यों की सीमाओं पर फंसे हुए है और उनको आगे नहीं बढ़ने दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि श्रमिक छोटे बच्चों और महिलाओं के साथ भूखे प्यासे पैदल चल रहे है। इन मजबूरों के लिए सरकार कुछ नहीं कर रही है। भूख तथा अन्य कारणों से 42 श्रमिको की मौत हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि सरकार को सभी श्रमिकों हर हाल में घर भेजने की व्यवस्था करनी चाहिए।