स्पोर्ट्स डेस्कः टीम इंडिया ने चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में जगह बना ली है। दुबई के इंटरनेशनल स्टेडियम में मंगलवार को खेले गए सेमीफाइनल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को चार विकेट से हरा दिया। टीम इंडिया की जीच में चेज मास्टर विराट कोहली ने 84 रनों की शानदार पारी खेल कर अहम भूमिका निभाई। इसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच की खिताब से नवाजा गया।
भारतीय टीम टूर्नामेंट में अजेय रहते हुए फाइनल में पहुंची है। इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीव स्मिथ ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया था और 49.3 ओवर में 264 रन बनाए थे। 265 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही। महज 43 रन पर भारतीय टीम ने दो विकेट गंवा दिये थे, लेकिन बाद विराट कोहली ने जिम्मा संभाला और एक बार फिर चेज मास्टर साबित हुए। उन्होंने 98 गेंदों पर पांच चौकों की मदद से 84 रन बनाए जिसकी मदद से भारत ने 48.1 ओवर में छह विकेट पर 267 रन बनाकर मैच जीता।
इस जीत के साथ ही भारत ने ऑस्ट्रेलिया से 2023 वनडे विश्व कप के फाइनल में मिली हार का बदला भी चुकता कर लिया है। यह लगातार तीसरी बार है, जब भारत सीमित ओवर प्रारूप के आईसीसी टूर्नामेंट के खिताबी मुकाबले में जगह बनाने में सफल रहा है। भारत ने इससे पहले 2023 वनडे विश्व कप, 2024 टी20 विश्व कप के फाइनल में जगह बनाई थी और अब वह चैंपियंस ट्रॉफी के खिताबी मैच में भी पहुंचने में सफल रहा है। वहीं, टीम इंडिया लगातार तीसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचा है। इससे पहले टीम 2013 और 2017 चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में भी पहुंची थी।
आईसीसी टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा सेमीफाइनल जीतने वाली टीम बना भारत
भारतीय टीम ने संयुक्त रूप से चैंपियंस ट्रॉफी के नॉकआउट मैच का सबसे सफल लक्ष्य हासिल कर लिया है। इससे पहले न्यूजीलैंड ने भारत के खिलाफ 2000 में इस टूर्नामेंट के नॉकआउट मैच में 265 रनों का लक्ष्य प्राप्त किया था। वहीं, भारत ने 2017 में बांग्लादेश के खिलाफ इतने ही रनों का लक्ष्य चेज किया था। भारत इसके साथ ही आईसीसी के वनडे टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा सेमीफाइनल जीतने वाली टीम बन गया है। भारत ने इस मामले में ऑस्ट्रेलिया की बराबरी कर ली है। भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों ही टीमों ने 14 सेमीफाइनल मैचों में से नौ-नौ बार जीत दर्ज की है।
लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी और उसने 43 रन पर दो विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद कोहली ने श्रेयस अय्यर के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 91 रनों की साझेदारी की और भारत को संभाला। श्रेयस हालांकि अर्धशतक लगाने से चूक गए और 62 गेंदों पर तीन चौकों की मदद से 45 रन बनाकर आउट हुए। श्रेयस के आउट होने के बावजूद कोहली क्रीज पर डटे रहे और भारत को जीत के करीब लेकर गए। कोहली इसके साथ ही आईसीसी वनडे टूर्नामेंट में सर्वाधिक बार 50 से ज्यादा का स्कोर बनाने वाले बल्लेबाज बन गए। उन्होंने 24वीं बार 50+ स्कोर बनाया। कोहली ने इसके साथ ही महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ दिया। सचिन ने 58 पारियों में 23 से ज्यादा बार 50+ रन बनाए थे। वहीं, कोहली ने एक और उपलब्धि हासिल कर ली। वह लक्ष्य का पीछा करते हुए वनडे में 8000 से ज्यादा रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज बन गए हैं। इसी के साथ वह महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के क्लब में शामिल हो गए।
कोहली शतक की ओर बढ़ रहे थे, लेकिन एडम जैम्पा की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में अपना विकेट गंवा बैठे। कोहली के आउट होने के बाद केएल राहुल और हार्दिक पांड्या ने मोर्चा संभाला। हार्दिक ने आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी की और भारत के जीत के बेहद करीब ले आए। जब टीम को जीत के लिए छह रन बनाने की जरूरत थी, तभी हार्दिक बड़ा शॉट लगाने के चक्कर में आउट हो गए।
राहुल ने छक्का लगाकर दिलाई जीत
हार्दिक पांड्या ने 24 गेंदों पर एक चौका और तीन छक्कों की मदद से 28 रन बनाकर आउट हुए। हार्दिक के आउट होने के बाद केएल राहुल ने मैक्सवेल की गेंद पर छक्का लगाकर टीम को जीत दिलाई। भारत इसके साथ ही लगातार दूसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचा है। इससे पहले टीम 2017 में भी चैंपियंस ट्रॉफी के खिताबी मुकाबले में पहुंचने में सफल रही थी। राहुल 34 गेंदों पर दो चौकों और दो छक्कों की मदद से 42 रन बनाकर नाबाद लौटे, जबकि जडेजा भी दो रन बनाकर नाबाद रहे। ऑस्ट्रेलिया की ओर से नाथन एलिस और एडम जैम्पा ने दो-दो विकेट झटके, जबकि बेन ड्वारशुइस और कूपर कोनोली को एक-एक विकेट मिला।
इससे पहले, ऑस्ट्रेलिया ने कप्तान स्टीव स्मिथ और एलेक्स कैरी के अर्धशतक की मदद से भारत के सामने चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा। ऑस्ट्रेलिया के लिए स्मिथ ने 96 गेंदों पर 73 रन और एलेक्स कैरी ने 57 गेंदों पर 61 रन बनाए। भारत को शमी ने कोनोली को आउट कर पहली सफलता दिलाई। इसके बाद ट्रेविस हेड ने कुछ आक्रामक शॉट खेलकर टीम को संभालने की कोशिश की, लेकिन वरुण चक्रवर्ती ने हेड को आउट कर भारत को बड़ी सफलता दिलाई। इसके बाद स्मिथ ने मार्नस लाबुशेन के साथ साझेदारी जमाई। स्मिथ एक छोर से पारी आगे बढ़ाते रहे और उन्होंने रन गति का भी ध्यान रखा। हालांकि, दूसरे छोर पर विकेट भी गिरते रहे। स्मिथ के आउट होने के बाद एलेक्स कैरी ने मोर्चा संभाला और आक्रामक बल्लेबाजी की।
आखिरी ओवरों में भारतीय गेंदबाज विकेट निकालने में सफल रहे। जब कैरी खेल रहे थे तो लग रहा था कि ऑस्ट्रेलिया 300 के करीब स्कोर खड़ा कर लेगा, लेकिन भारतीय गेंदबाज वापसी करने में सफल रहे। ऑस्ट्रेलियाई टीम पूरे 50 ओवर भी नहीं खेल सकी। भारत की ओर से तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने सर्वाधिक तीन विकेट झटके, जबकि वरुण चक्रवर्ती और रवींद्र जडेजा को दो-दो विकेट मिले। वहीं, हार्दिक पांड्या और अक्षर पटेल को एक-एक सफलता मिली।
दुबई के इंटरनेशनल स्टेडियम में मंगलवार को खेले गए सेमीफाइनल में कोहली ने रन चेज में तीन बड़ी साझेदारियां कीं। उन्होंने श्रेयस अय्यर के साथ 91, अक्षर पटेल के साथ 44 और केएल राहुल के साथ 47 रन जोड़े। इन्हीं पार्टनरशिप ने रन चेज को आसान बनाया। आखिर में हार्दिक पंड्या ने तेजी से 28 रन बनाए और केएल राहुल ने छक्का मारकर जीत दिलाई। वे 42 रन बनाकर नाबाद लौटे।
ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी की और 265 रन का टारगेट दिया। ऑस्ट्रेलिया से कप्तान स्टीव स्मिथ ने 73 और एलेक्स कैरी ने 61 रन बनाए। इंडियन बॉलर्स ने ऑस्ट्रेलिया को ऑलआउट कर दिया। मोहम्मद शमी ने 3, रवींद्र जडेजा और वरुण चक्रवर्ती ने 2-2 विकेट लिए।
दोनों टीमों की प्लेइंग-11
भारत : रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, केएल राहुल (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या, अक्षर पटेल, रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव, वरुण चक्रवर्ती और मोहम्मद शमी।
ऑस्ट्रेलिया: स्टीव स्मिथ (कप्तान), ट्रैविस हेड, कूपर कोनोली, मार्नस लाबुशेन, जोश इंग्लिस (विकेटकीपर), एलेक्स कैरी, ग्लेन मैक्सवेल, नाथन एलिस, बेन ड्वारशस, एडम जम्पा और तनवीर संघा।