दिल्लीः आज- कल चिकित्सा की पढ़ाई के लिए भारतीय विद्यार्थियों का विदेशों जाने का चलन बढ़ गया है। आपको बता दें कि विद्यार्थियों को विदेश में MBBS करने का सबसे बड़ा फायदा ये होता है कि वहां उन्हें अच्छी सैलरी मिल जाती है। आपको बता दें कि कुछ देश ऐसे हैं, जो डॉक्टर्स को मोटी सैलरी देने के लिए जाने ही जाते हैं। इन देशों में सबसे ज्यादा सैलरी वाला प्रोफेशन डॉक्टर का ही होता है। तो चलिए आज हम आपको उन देशों का नाम बताने जा रहा है, जहां डॉक्टर नौकरी करके मालामाल हो जाते हैं।
डॉक्टरों को भगवान का दर्जा दिया जाता है। यह उन चुनिंदा प्रोफेशन्स में से एक है, जिसमें सबसे ज्यादा सैलरी मिलती है। भारत में भी डॉक्टर बनने का क्रेज बहुत ज्यादा है। यहीं वजह है कि हर साल MBBS में एडमिशन के लिए 25 लाख बच्चे NEET मेडिकल एग्जाम देते हैं। कई भारतीय छात्र डॉक्टर बनने के लिए विदेश भी पढ़ने चले जाते हैं। आज हम आपको बताने जा रहा है कि दुनिया में आखिर वो कौन से देश हैं, जहां डॉक्टर्स को सबसे ज्यादा सैलरी दी जाती है।
‘ऑर्गेनाइजेशन फॉर इकोनॉमिक्स कोऑपरेशन एंड डेवलपमेंट’ (OECD) की रिपोर्ट में उन देशों के बारे में पता चलता है, जहां डॉक्टर्स को सबसे अधिक सैलरी मिलती है। आइए दुनिया के उन टॉप-5 देशों के बारे में जानते हैं, जहां डॉक्टर्स के प्रोफेशन के लिए सबसे अधिक सैलरी दी जाती है।
जर्मनीः जर्मनीः डॉक्टरों की सैलरी के मामले में पांचवें स्थान पर यूरोप का देश जर्मनी आता है, जहां डॉक्टर्स का सालाना पैकेज एक करोड़ से ज्यादा है। अगर कोई स्पेशलिस्ट डॉक्टर है, तो उसकी सैलरी 1.6 करोड़ रुपये तक हो सकती है। जनरल फिजिशियन की सैलरी भी 1.5 करोड़ रुपये सालाना होती है। जर्मनी को उसकी शानदार अर्थव्यवस्था और हेल्थकेयर के लिए जाना जाता है।
ऑस्ट्रेलियाः दुनिया के 10 सबसे खुशहाल देशों में से ऑस्ट्रेलिया है। यहां पर डॉक्टर्स के लिए अच्छा देश हो सकता है। यहां पर एक स्पेशलिस्ट डॉक्टर की सालाना सैलरी 1.8 करोड़ रुपये है। वहीं, जनरल प्रैक्टिशनर्स भी एक साल में 67 लाख रुपये तक कमा लेते हैं। यहां डॉक्टर्स को अच्छा वर्क-लाइफ बैलेंस भी मिलता है। साथ ही ऑस्ट्रेलिया का स्टैंडर्ड ऑफ लिविंग भी काफी अच्छा है। (Pexels)
नीदरलैंडः यूरोपीय देश नीदरलैंड में स्पेशलिस्ट डॉक्टर सालाना लगभग 1.8 करोड़ रुपये तक कमाते हैं, जबकि जनरल प्रैक्टिशनर्स की सैलरी लगभग 87 लाख रुपये तक है। यहां का हेल्थकेयर सिस्टम अच्छी तरह से काम करने और बीमारियों को रोकने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए जाना जाता है। नीदरलैंड में डॉक्टर्स को बेहतरीन वर्क-लाइफ बैलेंस भी दिया जाता है।
अमेरिकाः दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश अमेरिका में स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स की सालाना सैलरी 2.4 करोड़ रुपये तक है। जनरल प्रैक्टिशनर्स का भी सालाना पैकेज 2.2 करोड़ रुपये तक है। हालांकि, यहां इस बात पर गौर करना जरूरी है कि आपकी सैलरी कितनी होगी, ये इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस तरह के डॉक्टर हैं और आपका एक्सपीरियंस कैसा है।
लक्जमबर्गः लक्जमबर्ग दुनिया के सबसे अमीर देशों में से एक है। यहां स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स की सालाना सैलरी 2.6 करोड़ रुपये तक है। जनरल प्रैक्टिशनर्स सालाना लगभग 2 करोड़ रुपये कमाते हैं। यहां सैलरी इतनी ज्यादा इसलिए है क्योंकि देश में लोग कम हैं, लेकिन डॉक्टरों की मांग बहुत ज्यादा है। अगर आप भी डॉक्टर बनने का सपना देख रहे हैं, तो लक्जमबर्ग में नौकरी कर सकते हैं।