दिल्लीः माइक्रोसॉफ्ट में क्राउडस्ट्राइक अपडेट की वजह से शुक्रवार को कंप्यूटर सिस्टम प्रभावित होने के बाद अब बिजनेस और सर्विसेज धीरे-धीरे ठीक हो रही हैं, लेकिन विमानों के परिचालन पर अभी भी इसका असर दिखाई दे रहा है। अभी भी फ्लाइट ऑपरेशन में दिक्कतें आ रही हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि क्राउडस्ट्राइक अपडेट के कारण प्रभावित सिस्टम को पूरी तरह ठीक होने में कुछ समय लग सकता है।
उधर, एंटीवायरस सॉफ्टवेयर कंपनी क्राउडस्ट्राइक के CEO जॉर्ज कर्ट्ज ने परेशानी के लिए माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि कंपनी ने प्रॉब्लम सॉल्व कर दी है, लेकिन सभी सिस्टम सामान्य रूप से चलने में कुछ समय लग सकता है। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा- क्राउडस्ट्राइक सभी प्रभावित कस्टमर्स और पार्टनर्स के साथ मिलकर काम करना जारी रखे हुए है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी सिस्टम बहाल हो जाएं।
दरअसल, क्राउडस्ट्राइक की ओर से माइक्रोसॉफ्ट विंडोज यूजर्स को दिए गए एक सॉफ्टवेयर अपडेट के कारण हुई यह दिक्कत आई थी। इससे माइक्रोसॉफ्ट ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलने वाले दुनियाभर के करोड़ों सिस्टम की स्क्रीन नीली हो गई और कंप्यूटर ऑटोमेटिक स्टॉर्ट होने लगा। दुनियाभर में एयरपोर्ट, फ्लाइट, ट्रेनें, हॉस्पिटल, बैंक, रेस्तरां, डिजिटल पेमेंट, स्टॉक एक्सचेंज, टीवी चैनल से लेकर सुपर मार्केट जैसी जरूरी सेवाएं रुक गईं।
क्राउडस्ट्राइक के अपडेट के कारण ही माइक्रोसॉफ्ट के एज्योर क्लाउड और माइक्रोसॉफ्ट 365 सर्विसेज में परेशानी आई है। इस आउटेज के बाद माइक्रोसॉफ्ट ने तुरंत कहा कि यह एक “थर्ड पार्टी इश्यू” है। दूसरे शब्दों में- ये उसकी गलती नहीं थी। माइक्रोसॉफ्ट के पास समस्या से निजात पाने का कोई ‘प्लान बी’ नहीं था। वह इंतजार करती रही कि खुद साइबर सिक्योरिटी फर्म इसे दूर करेगी।
दुनियाभर में कंप्यूटर ऑटोमेटिकली रिस्टार्ट होने लगे, स्क्रीन ब्लू हो गई
एयरलाइन और एयरपोर्ट ऑपरेशन में माइक्रोसॉफ्ट की भूमिकाः माइक्रोसॉफ्ट का विंडोज सिस्टम एयरपोर्ट और इन फ्लाइट सर्विसेस के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
एयरपोर्ट पर माइक्रोसॉफ्ट सिस्टम की भूमिकाः
- एयरपोर्ट मैनेजमेंट सिस्टम: माइक्रोसॉफ्ट एज्योर और डायनेमिक्स 365 पैसेंजर प्रोसेसिंग, बैगेज हैंडलिंग और फैसिलिटी मैनेजमेंट जैसे एयरपोर्ट मैनेजमेंट को देखते हैं।
- पैसेंजर एक्सपीरियंस: माइक्रोसॉफ्ट एज्योर और पावर ऐप्स की मदद से एयरपोर्ट यात्रियों के लिए मोबाइल ऐप बनाते हैं। इससे पैसेंजर्स को उड़ान की जानकारी, चेक-इन और एयरपोर्ट पर नेविगेशन की जानकारी मिलती है।
- सिक्योरिटी और सर्विलांस: माइक्रोसॉफ्ट एज्योर और AI-पावर्ड कैमरा सिक्योरिटी मॉनिटरिंग और इंसिडेंट रिस्पांस के लिए काम करते हैं।
- डेटा एनालिटिक्स: माइक्रोसॉफ्ट-पावर्ड BI और एज्योर पैसेंजर ट्रैफिक पर डेटा की जानकारी, फ्लाइट में देरी और ऑपरेशनल परफॉर्मेंस की जानकारी देते हैं।
इन-फ्लाइट ऑपरेशन में माइक्रोसॉफ्ट की भूमिकाः
- इन-फ्लाइट एंटरटेनमेंट: माइक्रोसॉफ्ट एज्योर और विंडोज फ्लाइट के दौरान पैसेंजर्स के डिवाइस पर एंटरटेनमेंट कंटेंट्स प्रोवाइड करते हैं।
- क्रू टैबलेट: माइक्रोसॉफ्ट सर्फेस टैबलेट, विंडोज और एविएशन ऐप रन करते हैं। इससे फ्लाइट अटेंडेंट पैसेंजर सर्विस को मैनेज करते हैं।
कब दिखाई देती है कंप्यूटर पर ब्लू स्क्रीनः ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ एक सीरियस एरर स्क्रीन है, जो विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम पर दिखाई देती है। ऐसा तब होता है, जब सिस्टम किसी सीरियस इश्यू के चलते क्रैश हो जाता है। इस मैसेज के मायने हैं कि सिस्टम सुरक्षित रूप से काम नहीं कर सकता है। इस एरर पर कंप्यूटर अपने आप रीस्टार्ट होने लगता है और डेटा लॉस की आशंका बढ़ जाती है।
क्लाउड कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म है माइक्रोसॉफ्ट ऐज्योरः
माइक्रोसॉफ्ट ऐज्योर क्लाउड कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म है। ये एप्लिकेशन और सर्विसेज को बनाने, डिप्लॉय और मैनेज करने का काम करता है। वहीं माइक्रोसॉफ्ट 365 प्रोडक्टिविटी सॉफ्टवेयर है, जिसमें वर्ड, एक्सेल, पावरपॉइंट, आउटलुक और वन नोट जैसे लोकप्रिय एप्लिकेशन शामिल हैं।