दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में ढोल बजाते नजर आए। मौका था दिल्ली-कर्नाटक संघ के अमृत महोत्सव में एक भारत श्रेष्ठ भारत के कार्यक्रम का। दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित इस कार्यक्रम में पीएम मोदी शामिल हुए। सांस्कृतिक उत्सव बरिस कन्नड़ दिम दिवामा के उद्घाटन में मोदी ढोल बजाते नजर आए। उनका ये अंदाज कार्यक्रम में मौजूद लोगों पसंद आया। आपको बता दें कि पिछले तीन महीने में ये तीसरा मौका है, जब पीएम मोदी ने ढोल बजाया है। इससे पहले जनवरी में कर्नाटक के कुलबर्गी में और दिसंबर में नागपुर में उन्होंने ढोल बजाया था।
इससे पहले PM मोदी ने पिछले महीने यानी जनवरी 2023 में कर्नाटक के कुलबुर्गी में ढोल बजाया था। इस दौरान पीएम ने यादगिरि में 10,800 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का शिलान्यास किया था। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछली सरकार ने सिर्फ वोट बैंक की राजनीति की है, जबकि हमारी सरकार की प्राथमिकता विकास है।
वहीं, 10 दिसंबर को पीएम ने नागपुर में ढोल बजाया था। दरअसल, पीएम नागपुर में विकास योजनाओं का लोकार्पण करने पहुंचे थे। यहां पीएम मोदी ने कहा कि वोट पाने के लिए हमारे देश के कुछ नेता आमदनी अठन्नी खर्चा रुपया वाली योजना चलाकर देश को खोखला कर रहे हैं। जनता ऐसे नेताओं को एक्सपोज करें। दुनिया के कई देश आमदनी अठन्नी खर्चा रुपया की कुनीति से बर्बाद हुए हैं।
इस दौरान पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि आज दिल्ली कर्नाटक संघ के 75 वर्षों का यह उत्सव ऐसे समय में हो रहा है जब देश भी आजादी के 75 वर्ष का ‘अमृत महोत्सव’ मना रहा है। जब हम 75 वर्ष पहले की परिस्थितियों को देखते हैं और आंकलन करते हैं तो इस प्रयास में हमें भारत की अमर आत्मा के दर्शन होते हैं। भारत की परंपराएं हों या भारत की प्रेरणाएं हों, कर्नाटक के बिना हम भारत को परिभाषित नहीं कर सकते हैं।
पौराणिक काल से भारत में कर्नाटक की भूमिका तो हनुमान की रही है। हनुमान के बिना न राम होते हैं, न रामायण बनती है। आज जब भारत G-20 जैसे बड़े वैश्विक समूह की अध्यक्षता कर रहा है, तो लोकतन्त्र की जननी- Mother of Democracy के रूप में हमारे आदर्श हमारा मार्गदर्शन कर रहे हैं। आइए एक नजर डालते हैं पीएम मोदी के संबोधन की अहम बातों पर…
- कर्नाटक परंपराओं और टेक्नालजी की धरती है। यहां ऐतिहासिक संस्कृति भी है और मॉर्डन आर्टिफिशयल इंटेलीजेंस भी।
- आज का भारत हमारी सदियों पुरानी चोरी हुई मूर्तियों को विदेशों से वापस ला रहा है। आज एक ओर भारत अपने प्राचीन मंदिरों को, सांस्कृतिक केन्द्रों को पुनर्जीवित कर रहा है।
- हम आज डिजिटल पेमेंट के मामले में वर्ल्ड लीडर हैं। सरकार अपर भद्रा प्रोजेक्ट की मांग को भी पूरा कर रही है। जिससे कर्नाटक के बड़े सूखा प्रभावित क्षेत्र को लाभ होगा।
- आज जब पूरा विश्व श्री अन्न के फायदों और इसकी जरूरत को समझ रहा है और कर्नाटक श्री अन्न का प्रमुख केंद्र है। अब इसकी मांग भी बढ़ने वाली है, इससे कर्नाटक के किसानों को लाभ होगा।
पीएम मोदी सोमवार (27 फरवरी) को एक दिन के कर्नाटक दौरे पर रहेंगे। यहां वे शिवमोगा में 3,600 करोड़ रुपए और बेलगावी 2,700 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाएं का उद्धाटन और शिलान्यास करेंगे। शिवमोगा में पीएम हाल ही में बने एयरपोर्ट का उद्धाटन करेंगे, जिसे करीब 450 करोड़ की लागत से तैयार किया गया है। यहां हर घंटे 300 पैसेंजर्स के ठहरने का इंतजाम किया गया है।
मोदी 27 फरवरी को कर्नाटक के बेलगावी में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के 16,000 करोड़ की 13वीं किस्त की राशि जारी करेंगे। इससे देश के 8 करोड़ किसानों को लाभ मिलेगा।