दिल्ली डेस्कः पाकिस्तान में महंगाई ने लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है। यहां महंगाई दर 25 प्रतिशत पर पहुंच गई है। आटे की कमी के चलते हाहाकार मचा हुआ है। यहां पर सब्सिडी वाले आटे का स्टॉक खत्म हो गया है। इस वजह से सरकार देश के अलग-अलग हिस्सों में जनता को कम दामों पर आटे के पैकेट उपलब्ध करा रही है। पाकिस्तान में आटे की इस कदर किल्लत है कि सस्ता आटा खरीदने के फेर में अब तक 4 लोग जान गंवा चुके हैं।

सिंध राज्य के मीरपुर खास जिले में शनिवार को फूड डिपार्टमेंट की ओर से ट्रकों पर आए आटे के पैकेट देखकर भीड़ उमड़ पड़ी। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, छीना-झपटी में कई लोग घायल हो गए। 35 साल के एक मजदूर को लोगों ने कुचल दिया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

एक दूसरे मामले में शहीद बेनजीराबाद जिले के सकरंद कस्बे में एक आटा चक्की के बाहर सस्ता आटा खरीदते वक्त भगदड़ मच गई। इससे तीन महिलाओं की मौत हो गई।

सिंध में आटे की डिमांड ज्यादा और सप्लाई बेहद कम है। सिंध और कराची में आटे की कीमत 140 से 160 रुपए प्रति किलोग्राम है। सब्सिडी रेट पर आटा 65 रुपए प्रति किलो बिक रहा है। हालत इतनी खराब है कि लोग 5-5 किलो की बोरी के लिए भी लड़ रहे हैं।

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में हालात सबसे खराब हैं। यहां लोग आटे के लिए ऐसी सरकारी दुकानों को तलाश रहे हैं, जहां आटे का पैकेट 1000 से 1500 रुपए में मिलता हो। दरअसल, खुले बाजार में 20 किलो आटे के पैकेट की कीमत 3100 रुपए तक पहुंच गई है। एक साल पहले इसकी कीमत 1100 रुपए थी।

 

उधर, सरकार की तरफ से आटा बांटने के दौरान हादसों से बचने के लिए हथियारबंद पुलिस को तैनात किया गया है। इसके बावजूद भीड़ को कंट्रोल करना मुश्किल हो रहा है। लोग पैकेट खत्म होने से पहले आटा खरीदने के लिए धक्का-मुक्की कर रहे हैं। यह हालात कराची, इस्लामाबाद, पेशावर, क्वेटा और बलूचिस्तान तक में देखे जा रहे हैं।

पाकिस्तान में आटे की बढ़ती कीमतों की वजह से कई इलाकों में लोग सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं। भगदड़ में हो रही मौतों के कारण भी लोगों में गुस्सा है। सिंध में मजदूर की मौत पर विपक्षी नेता हाजी आदिल शेख ने कहा- सरकार कम दाम पर लोगों को आटा उपलब्ध कराने में नाकाम रही है। आटे की किल्लत से लोगों की जान जाना बेहद अफसोसनाक है।

खाना पकाने के लिए रसोई गैस के सिलेंडर की जगह प्लास्टिक थैलियों में भरी गैस के इस्तेमाल का चलन पाकिस्तान में बढ़ गया है। गैस पाइपलाइन नेटवर्क से जुड़ी दुकानों में थैलियों के अंदर गैस भरकर बेची जा रही है। लोग छोटे इलेक्ट्रिक सक्शन पंप की मदद से इसका इस्तेमाल रसोई में कर रहे हैं।

आपको बता दें कि पाकिस्तान में नेचुरल गैस के रिजर्व में कमी आ गई है। इस वजह से सरकार ने इसकी सप्लाई घटा दी है। गैस की कमी से महंगाई भी बढ़ गई है। लोगों के लिए गैस सिलेंडर खरीदना मुश्किल हो गया है। इसके मुकाबले गैरकानूनी तरीके से बिकने वाली ये थैलियां खरीदना आसान और सस्ता है।

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