दिल्लीः कांग्रेस को अगले महीने नया अध्यक्ष मिल जाएगा। कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के लिए 30 सितंबर नामांकन की आखिरी तिथि है। इस बीच कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा निकाल रही कांग्रेस के अध्यक्ष पद के चुनाव की गुत्थी उलझती जा रही है। राजस्थान के घटनाक्रम के बाद दिग्विजय सिंह बुधवार को भारत जोड़ो यात्रा बीच में छोड़कर केरल के मलप्पुरम से दिल्ली रवाना हुए। कयास लगाए जा रहे हैं कि वे शुक्रवार को अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल कर सकते हैं।
आपको बता दें कि कांग्रेस ने शशि थरूर, कार्ति चिदंबरम, मनीष तिवारी समेत 5 सांसदों की ट्रांसपेरेंसी की मांग को मानते हुए अध्यक्ष चुनाव के नियमों में बदलाव किया है। इसके तहत नॉमिनेशन भरने वाले को 9 हजार डेलीगेट्स की लिस्ट मिलेगी, जो पार्टी की सेंट्रल इलेक्शन अथॉरिटी के पास 20 सितंबर से उपलब्ध है। कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव 17 अक्टूबर को होने हैं। 30 सितंबर नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख है।
इस बीच वरिष्ठ कांग्रेस नेता एके एंटनी ने बुधवार को दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी देर रात दिल्ली पहुंच गए। उनकी सोनिया से मुलाकात गुरुवार को होनी है। दिल्ली एयरपोर्ट पर गहलोत ने कहा कि राजस्थान में चल रही उठा-पटक घर का मामला है, इंटर्नल पॉलिटिक्स में यह सब चलता रहता है।
अब बात अगर शशि थरूर की करें तो वे आखिरी दिन यानी 30 सितंबर को नामांकन करने का ऐलान कर चुके हैं। हालांकि थरूर ने कमलनाथ से कहा था कि वे इसलिए पर्चा भरेंगे, क्योंकि चुनाव हो। ऐसा न लगे कि चुनाव नहीं हो रहे हैं।
वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत को लेकर पार्टी में दो तरह की राय है। सीडब्ल्यूसी (CWC) यानी कांग्रेस कार्य समिति के कुछ सदस्य चाहते हैं कि गहलोत अध्यक्ष की दौड़ से अलग रहें। नामांकन में दो दिन बचे हैं, इसलिए संभावित उम्मीदवारों से पर्चे भरवाए जाएं और बाद में विचार-मंथन के दौरान जिस नाम पर आमराय बने, उसका नाम छोड़कर बाकी नाम 8 अक्टूबर तक वापस ले लिए जाएं। दूसरी ओर, कुछ वरिष्ठ सदस्य गहलोत की गलती माफ कर उन्हीं से पर्चा भरवाने की बात कह रहे हैं।