दिल्लीः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री आवास पर पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने राज्य के जीएसटी (GST) यानी वस्तु एवं सेवा कर बकाए सहित कई मुद्दों पर बात की। आपको बता दें कि दीदी 4 दिन के दौरे पर दिल्ली आई हैं।

दीदी का दिल्ली दौरा ऐसे समय हो रहा है, जब उनकी पार्टी के नेता पार्थ चटर्जी के खिलाफ ईडी (ED) यानी प्रवर्तन निदेशालय लगातार कार्रवाई कर रही है।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान उन्हें एक पत्र सौंपा। इसमें उन्होंने मनरेगा, पीएम आवास योजना और पीएम ग्रामीण सड़क योजना को लागू करने के लिए राज्य को फंड रिलीज करने की मांग की है। उन्होंने पत्र में लिखा कि इन योजनाओं को लेकर केंद्र की तरफ से 17,996 करोड़ रुपए रुके हुए हैं।

उन्होंने पत्र में लिखा कि विकास और जन-कल्याण से जुड़ीं कई योजनाओं पर सरकार की तरफ से करीब 1,00,968.44 करोड़ रुपए दिए जाने बाकी हैं। इतनी बड़ी रकम के रुके होने से राज्य के कामों को पूरा करने और लोगों के लिए सुविधाएं जुटाने में परेशानी हो रही है।

दिल्ली यहां सात अगस्त को होने वाली नीति आयोग के कार्यक्रम में हिस्सा लेंगी। इसके साथ ही वे विपक्षी दलों के वरिष्ठ नेताओं से भी मिलेंगी। आज रात ममता टीएमसी (TMC)  के राज्यसभा सदस्य सुखेंदु शेखर रॉय के आवास पर पार्टी के सांसदों से मुलाकात कर सकती हैं। वह शनिवार को गैर-कांग्रेसी विपक्षी नेताओं के साथ राजनीतिक मसलों पर चर्चा कर सकती हैं।

आपको बता दें कि 6 अगस्त को उपराष्ट्रपति पद का चुनाव होने वाला है। ऐसे समय में ममता के दिल्ली दौरे को काफी अहम माना जा रहा है। आपको बता दें कि ममता बनर्जी की पार्टी ने उपराष्ट्रपति चुनाव में शामिल नहीं होने का फैसला लिया है। साथ ही उन्होंने हर संसद सत्र के दौरान दिल्ली आने का ऐलान भी किया था। ममता बनर्जी के दिल्ली दौरे से तृणमूल कांग्रेस के सांसदों का मनोबल बढ़ेगा।

पार्टी के सांसद लगातार बीजेपी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की अगुआई कर रहे हैं। राष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी एकता में दिखी फूट के बीच भी ममता बनर्जी का यह दौरा बेहद अहम है। बीते दिनों कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तनाव भी देखने को मिली थी।

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