दिल्लीः देश को पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति मिल गई है। जी हां द्रौपदी मुर्मू 25 जुलाई को देश के 15वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ग्रहण करेंगी। आपको बता दें कि मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई की मध्य रात्रि को खत्म हो रहा है। बीजेपी 25 जुलाई को दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में भी जश्न मनाने की तैयारी है। इसमें जेपी नड्डा भी शामिल होंगे।
वहीं द्रौपदी मुर्मू की जीत के बाद बीजेपी दिल्ली में विजय जुलूस निकालेगी। ऐसा पहली बार होगा, जब राष्ट्रपति की जीत के बाद जुलूस निकाला जाएगा। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा राजपथ तक इस जुलूस की अगुआई करेंगे और भाषण देंगे। जुलूस में मुर्मू शामिल नहीं होंगी।
द्रौपदी मुर्मू की जीत की घोषणा होते ही देशभर में जश्न शुरू हो गया। मुर्मू की जीत से बीजेपी आदिवासी समुदाय सहित पूरे देश और खासतौर पर महिलाओं को खास संदेश देना चाहती है, ताकि मुख्य धारा से कटे इस समुदाय में पॉलिटिकल मैसेज जाए कि बीजेपी ही एक ऐसी पार्टी है जो सत्ता के लिए नहीं, बल्कि देश के वंचित तबकों और वर्गों के लिए काम करती है।
यही वजह है कि पार्टी कार्यकर्ताओं को जीत के बाद पोस्टर में द्रौपदी मुर्मू के साथ किसी और नेता की तस्वीर न लगाने के सख्त निर्देश दिए गए हैं। माना जा रहा है कि पार्टी राष्ट्रपति चुनाव से ही 2024 में होने वाले आम चुनाव की तैयारी में जुट गई है।
द्रौपदी मुर्मू ने यशवंत सिन्हा को हराकर राष्ट्रपति पद का चुनाव जीतने के साथ ही पांच रिकॉर्ड स्थापित कर दिए। तो चलिए अब आपको बताते हैं कि वे रिकॉर्ड कौन-कौन से हैः
- मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और के आर नारायणन के रूप में देश को दो दलित राष्ट्रपति मिल चुके हैं, लेकिन द्रौपदी मुर्मू देश की पहली आदिवासी नेता हैं जो कि देश के सर्वोच्च पद तक पहुंची हैं। आज तक देश में कोई आदिवासी न तो प्रधानमंत्री रहा है और न ही गृह मंत्री। ओडिशा में जन्मीं द्रौपदी मुर्मू 2015 से 2021 तक झारखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं। विशेष बात यह है कि वह ऐसी पहली राज्यपाल थी जिन्होंने झारखंड में अपना कार्यकाल पूरा किया।
- द्रौपदी मुर्मू का जन्म 20 जून 1958 को हुआ था। 25 जुलाई को उनकी उम्र 64 साल 1 महीना और 8 दिन होगी। द्रौपदी मुर्मू अब तक की सबसे युवा राष्ट्रपति होंगी। इससे पहले यह रिकॉर्ड नीलम संजीव रेड्डी के नाम था। जब वह राष्ट्रपति बने तो उनकी उम्र 64 साल दो महीने और 6 दिन थी। वह निर्विरोध राष्ट्रपति बने थे। वहीं सबसे ज्यादा उम्र में राष्ट्रपति बनने वाले में के आर नारायणन का नाम दर्ज है। वह 77 साल 5 महीने 21 दिन की उम्र में राष्ट्रपति बने थे।
- द्रौपदी मुर्मू ऐसी पहली राष्ट्रपति होंगी जिन्होंने आजाद भारत में जन्म लिया है। यूं भी कह सकते हैं कि भारत गणतंत्र में जन्म लिया है। मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का जन्म 1 अक्टूबर 1945 को हुआ था। आपको बता दें कि 2014 तक जितने भी प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति बने, सबका ही जन्म आजादी से पहले हुआ था। प्रधानमंत्री मोदी का जन्म 17 सितंबर 1950 को हुआ था। वह आजाद भारत में जन्म लेने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं।
- देश में अब तक जो 14 राष्ट्रपति हुए हैं उनमें से 7 का ताल्लुक दक्षिण भारत से था। वहीं डॉ. राजेंद्र प्रसाद ऐसे राष्ट्रपति थे जो कि दो बार राष्ट्रपति बने और बिहार के रहने वाले थे। द्रौपदी मुर्मू ओडिशा की पहली ऐसी नेता हैं जो कि इस शीर्ष पद तक पहुंची हैं। वह देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं। 2007 में प्रतिभा देवी सिंह पाटिल पहली महिला राष्ट्रपति बनी थीं।
- द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति बनने वाली ऐसी पहली नेता हैं, जो कि पार्षद रह चुकी हैं। द्रौपदी मुर्मू सबसे पहले एक शिक्षक थीं। इके बाद वह राजनीति में आ गईं और 1997 में पार्षद चुनी गईं। इसके तीन साल बाद ही वह विधानसभा पहुंच गईं। ओडिशा की बीजेपी-बीजेडी की सरकार में वह दो बार मंत्री रह चुकी हैं। वह किसी राज्य की राज्यपाल बनने वाली भी देश की पहली आदिवासी महिला हैं।