दिल्लीः महाराष्ट्र में मचे सियासी घमासान के बीच केंद्र सरकार ने शिवसेना के 15 बागी विधायकों को वाई प्लस सुरक्षा प्रदान की है। एकनाथ शिंदे के साथ गए इन विधायकों को अब सीआरपीएफ (CRPF) यानी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की सिक्योरिटी मुहैया कराई गई है। इन विधायकों के घरों पर भी सीआरपीएफ के जवान तैनात रहेंगे। केंद्र सरकार ने यह फैसला इन विधायकों के घरों और दफ्तरों पर शिवसैनिकों के हमलों के बाद लिया है।
वहीं महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष की ओर से अयोग्यता का नोटिस पा चुके 16 बागी विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट जाने का फैसला किया है। बागी विधायक कोर्ट में शिवसेना विधायक दल के नए नेता के फैसले को भी चुनौती देंगे।
बड़े अपडेट्स…
– शिवसेना में उठे विद्रोह के स्वर को रोकने के लिए उद्धव की पत्नी रश्मि ठाकरे ने भी मोर्चा संभाल लिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक रश्मि ने बागी विधायकों की पत्नियों को मैसेज भेजा है और कहा कि अपने पति को मनाएं। रश्मि ने कुछ बागी विधायकों की पत्नियों से फोन पर भी बात की है।
– बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस आज दिल्ली पहुंच सकते हैं। यहां आगे की रणनीति तय किया जाएगा। आपको बता दें कि फडणवीस शुक्रवार रात को वडोदरा में एकनाथ शिंदे से मिले थे।
उधर, शनिवार को शिवसेना की हाईलेवल मीटिंग हुई। इस बैठक में उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, “शिंदे पहले नाथ थे, लेकिन अब दास हो गए हैं।“ इस बैठक में 6 प्रस्ताव पास किया गए। वहीं बागी गुट ने शिवसेना (बाला साहेब) के नाम पर नई पार्टी का ऐलान कर दिया।
इस पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवसेना बालासाहब की है। किसी को भी बालासाहब के नाम का इस्तेमाल नहीं करने दिया जाएगा। उधर, यह भी खबर आई की शुक्रवार देर रात एकनाथ शिंदे गुवाहाटी से इंदौर होते हुए वडोदरा गए थे, जहां उनकी मुलाकात महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से हुई।
एकनाथ शिंदे ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा, “प्रिय शिवसैनिकों… अच्छी तरह से समझें, महा विकास अघाड़ी (MVA) के खेल को पहचानो..! मैं शिवसेना और शिवसैनिकों को एमवीए के अजगर के चंगुल से मुक्त कराने के लिए संघर्ष कर रहा हूं। यह लड़ाई आप शिवसैनिकों के फायदे के लिए है।“