लखनऊः आज से यूपी में योगी सरकार 2.0 राज शुरू हो जाएगा। लखनऊ के इकाना स्टेडियम में शाम 4 बजे योगी दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इसके साथ ही 49 वर्षीय योगी आदित्यनाथ प्रदेश के 38वें मुख्यमंत्री बन जाएंगे। आपको बता दें कि 19 साल बाद योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के पहले ऐसे मुख्यमंत्री बनने वाले हैं, जो विधानसभा चुनाव लड़कर मुख्यमंत्री बन रहे हैं। इससे पहले 2003 में मुलायम सिंह यादव विधायक का चुनाव लड़कर मुख्यमंत्री बने थे। पिछली बार योगी आदित्यानाथ लोकसभा सांसद थे और मुख्यमंत्री बनने के बाद विधान परिषद से चुने गए थे।
लखनऊ के लोक भवन में गुरुवार को हुई बैठक में योगी आदित्यनाथ को भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और झारखंड के पूर्व सीएम रघुबर दास क्रमशः पर्यवेक्षक और सह-पर्यवेक्षक के रूप में शामिल हुए। भाजपा के वरिष्ठ नेता सुरेश खन्ना ने आदित्यनाथ के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसका भाजपा के पांच विधायकों, सूर्य प्रताप शाही, बेबी रानी मौर्य, राम नरेश अग्निहोत्री, सुशील शाक्य और नंद गोपाल नंदी ने समर्थन किया। गठबंधन सहयोगी निषाद पार्टी के संजय निषाद और अपना दल (एस) के आशीष पटेल ने भी प्रस्ताव का समर्थन किया। बाद में शाम को योगी आदित्यनाथ ने पार्टी और गठबंधन के नेताओं के साथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की और औपचारिक रूप से सरकार बनाने का दावा पेश किया।
शपथ ग्रहण कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह समेत 12 बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल होंगे। योग गुरु बाबा रामदेव, विभिन्न मठों और मंदिरों के महंत, उद्योगपतियों को भी आमंत्रित किया गया है। इसके अलावा, विपक्ष की नेता सोनिया गांधी, प्रियंका-राहुल, मुलायम सिंह, अखिलेश यादव और मायावती को भी न्योता भेजा गया है। हालांकि, अखिलेश ने पहले ही शपथ ग्रहण में शामिल होने से इनकार कर दिया है।
योगी के शपथ ग्रहण में शामिल होने वाले बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों में शिवराज सिंह चौहान (मध्यप्रदेश) मनोहर लाल खट्टर (हरियाणा), पेमा खांडू (अरुणाचल प्रदेश) एमएन वीरेन सिंह (मणिपुर), जयराम ठाकुर (हिमाचल प्रदेश), बिप्लब देव (त्रिपुरा), प्रमोद सांवत (गोवा), हेमंत बिस्वा शर्मा (असम), बसवराज बोम्मई (कर्नाटक), भूपेन्द्र पटेल (गुजरात), पुष्कर सिंह धामी (उत्तराखंड) शामिल होंगे।इसके अलावा, 5 डिप्टी सीएम भी शामिल होंगे। इनमें तारकेश्वर सिंह (बिहार), रेणु देवी (बिहार), यानथुंगो पैटन (नागालैंड), चौना मीन (अरुणाचल प्रदेश) और जिष्णु देव वर्मा (त्रिपुरा) हैं।
प्रदेश की अर्थव्यवस्था यूपी की इकोनॉमी को बूस्टर डोज देने के मकसद से शपथ ग्रहण समारोह में देशभर के 49 उद्योगपतियों को भी आमंत्रित किया गया है। बेहतर कानून व्यवस्था के नाम योगी पहले कार्यकाल में ही लगातार उद्योगपतियों से यूपी में निवेश के लिए संपर्क कर रहे हैं। चुनाव के दौरान उन्होंने इसका कई बार जिक्र भी किया था।जिन उद्योगपतियों को न्योता भेजा गया है, उनमें मुकेश अंबानी, गौतम अडानी, एन. चंद्रशेखरन, कुमार मंगलम बिरला,आनंद महिंद्रा, लुलु ग्रुप के यूसुफ अली, टोरेंट ग्रुप के सुधीर मेहता, गोयनका ग्रुप के संजीव गोयनका और लोढ़ा ग्रुप के अभिनंदन लोढ़ा के नाम हैं।इसके साथ ही अमिताभ बच्चन के भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की चर्चा है।
विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने यूपी की 403 में से 273 सीट पर जीतकर प्रचंड जीत हासिल की है। इसके साथ ही बीजेपी ने प्रदेश में 37 साल का रिकॉर्ड तोड़ा कर दूसरी बार किसी दल की पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने जा रही है। इसके पहले 1980 के बाद 1985 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जोरदार वापसी की थी। इसके बाद 37 साल हो गए, लेकिन कोई पार्टी सरकार दोबारा नहीं बना सकी थी।
योग आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण को ऐतिहासिक बनाने के लिए बीजेपी ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है।2024 के लिए पार्टी अपने कोर एजेंडे हिंदुत्व को और धार देने की तरफ बढ़ रही है। यही कारण है कि शपथ से पहले प्रदेश के 27 हजार मंदिरों में सुबह कार्यकर्ता पूजा करेंगे। अयोध्या, काशी और मथुरा में सुबह से ही मंदिरों में पूजा और शंखनाद होगा। सीएम के शहर गोरखपुर में भी 200 से ज्यादा स्क्रीन पर शपथ ग्रहण का लाइव टेलिकास्ट होगा।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ब्रजेश पाठक, श्रीकांत शर्मा, महेंद्र सिंह, सिद्धार्थ नाथ सिंह, नंद गोपाल नंदी और संदीप सिंह को एक और मौका मिलने की संभावना है। कैबिनेट में नए चेहरों में बेबी रानी मौर्य, असीम अरुण और राजेश्वर सिंह के शामिल होने की संभावना है, जो शपथ लेने वाले 48 मंत्रियों में शामिल होंगे।
2017 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो डिप्टी सीएम की घोषणा की थी। इस बार दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा मंच पर मौजूद थे, लेकिन योगी आदित्यनाथ या अमित शाह ने कोई घोषणा नहीं की।
विधायकों को संबोधित करते हुए नवनिर्वाचित सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नई सरकार वादों को पूरा करने के लिए एक टीम के रूप में काम करेगी। उन्होंने अपने नए सहयोगियों को आगाह करते हुए कहा, “यह जीत साबित करती है कि यूपी के लोगों ने वंशवादी राजनीति को खारिज कर दिया है और बिना किसी पूर्वाग्रह के लोगों के कल्याण के लिए काम करने वाली सरकार को प्राथमिकता दी है।”
अमित शाह ने विधायकों को संबोधित करते हुए कहा, “यह पहली बार है जब कोई मुख्यमंत्री यूपी में जनादेश जीतकर सत्ता में आया है और यह ऐतिहासिक है। पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में नई सरकार पिछले पांच वर्षों में रखी गई विकास और सुशासन की मजबूत नींव को मजबूत करने का काम करेगी। नई सरकार यूपी को देश का नंबर एक राज्य बनाने का काम करेगी।”
इससे पहले विधायक दल की बैठक में यूपी चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, यूपी प्रभारी राधा मोहन सिंह, यूपी बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और यूपी बीजेपी महासचिव सुनील बंसल शामिल हुए।