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दिल्लीः कर्नाटक के उडुपी में 1 जनवरी को हिजाब को लेकर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। हिजाब विवाद के मद्देनजर कर्नाटक सरकार ने बेंगलुरु में स्कूल, कॉलेज समेत सभी शिक्षण संस्थानों के 200 मीटर के दायरे में लोगों के जमा होने पर रोक लगा दी है। यह पाबंदी अगले दो हफ्ते तक जारी रहेगी। पुलिस ने बताया कि यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इससे पहले राज्य सरकार सभी स्कूल-कॉलेजों को तीन दिन तक बंद रखने का आदेश दे चुकी है।

वहीं कर्नाटक उच्च न्यायालय ने इस विवाद पर लगातार दूसरे दिन कोई फैसला नहीं सुनाया। कोर्ट ने बुधवार को यह केस बड़ी बेंच को रेफर कर दिया गया। वहीं कोर्ट ने मंगलवार को इस मामले की सुनवाई करते हुए कहा था कि वह इस मामले में किसी की भावनाओं के आधार पर नहीं, बल्कि कानून के आधार फैसला सुनाएगा।

आपको बता दें कि कर्नाटक के उडुपी स्थिति मांडया में मंगलवार को कॉलेज कैंपस में एक लड़की अल्ला-हू-अकबर के नारे लगाती नजर आई थी, तो छात्रों ने जय श्री राम के साथ जवाब दिया। अब इस मामले में सियासत गहरा गई है। आइए अब आपको बताते हैं इस मामले पर किसने क्या कहा…

एआईएणआईएम (AIMIM) के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश के संभल में एक चुनावी सभा के दौरान ओवैसी ने कहा, “मैं दुआ करता हूं कि कर्नाटक में हिजाब पहनने के अधिकार के लिए लड़ने वाली बहनें कामयाब हों। कर्नाटक में संविधान का मखौल उड़ाया जा रहा है। मैं बीजेपी सरकार के इस फैसले की निंदा करता हूं।“

वहीं कर्नाटक के प्राइमरी एंड सेकेंडरी स्कूल एजुकेशन मिनिस्टर बीसी नागेश ने कहा, “मंडया में स्टूडेंट अल्ला-हू-अकबर के नारे लगाने वाली लड़की का घेराव नहीं करना चाहते थे। जब वह नारे लगा रही थी, उस समय लड़की के आसपास कोई नहीं था। ऐसे में उसे किसने उकसाया? हम कॉलेज में ‘अल्ला-हू-अकबर’ और ‘जय श्री राम’ के नारों को बढ़ावा नहीं दे सकते।“

हिजाब को लेकर कर्नाटक मचे बवाल पर राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने कहा कि पीएम मोदी के शासन में देश गृह युद्ध की ओर बढ़ रहा है। वे महंगाई, गरीबी के बारे में नहीं बल्कि अयोध्या और वाराणसी के बारे में बात कर रहे हैं। बीजेपी की हताशा से पता चलता है कि वे यूपी चुनाव हार जाएंगे। वे केवल दंगों और मंदिरों के बारे में बात कर रहे हैं। 70 साल पहले हमारे पूर्वजों ने अंग्रेजों को देश छोड़ने पर मजबूर कर दिया था लेकिन अब बीजेपी के रूप में अंग्रेजों की वापसी हुई है… हम यूपी चुनाव में सपा का समर्थन करते हैं।

वहीं यूपी के मथुरा से बीजेपी सांसद हेमा मालिनी ने कहा कि स्कूल शिक्षा के लिए होते हैं और वहां धार्मिक मामलों को नहीं लाया जाना चाहिए। हर स्कूल में एक यूनिफॉर्म होती है जिसका सम्मान किया जाना चाहिए। आप स्कूल के बाहर जो चाहें पहन सकते हैं।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उधर, उत्तर प्रदेश में वोटिंग से एक दिन पहले प्रियंका गांधी ने ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ हैशटैग के साथ लिखा है कि महिलाओं को उनका पहनावा तय करने का अधिकार संविधान में मिला है। इसे लेकर उन्हें परेशान नहीं किया जाना चाहिए। प्रियंका ने ट्वीट किया- संविधान महिलाओं को उनका पहनावा तय करने का अधिकार देता है। वे जो चाहें वह पहन सकती हैं… फिर वो बिकिनी हो या घूंघट, जीन्स हो या हिजाब.. महिलाओं को परेशान करना बंद कीजिए।

वहीं  कर्नाटक के ऊर्जा मंत्री सुनील कुमार ने इस मुद्दे पर कांग्रेस पर निशाना साधा है और कहा, “अगर कांग्रेस सत्ता में आती है, तो वह ऐसा कानून बना सकती है, जिसमें हिंदुओं को हिजाब पहनने के लिए कहा जाएगा। कल भी कांग्रेस के डीके शिवकुमार ने झूठे आरोप लगाए थे कि स्कूल से झंडा हटा दिया गया था। सिद्धारमैया और कांग्रेस को ऐसी मानसिकता से बाहर आना चाहिए।“

उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी इस विवाद में कूद पड़े हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के विवाद जान-बूझकर कांग्रेस पार्टी के पाले हुए लोग करते हैं। कर्नाटक का मामला केवल कॉलेज में ड्रेस कोड को फॉलो करने का है। इसे जबरदस्ती तूल दिया जा रहा है।

हिजाब को लेकर कर्नाटक में जारी विवाद पर कमल हासन ने भी चिंता जताई है। उन्होंने ट्वीट कहा कि कर्नाटक में जो हो रहा है, उससे अशांति फैल रही है। छात्रों के बीच धार्मिक जहर की दीवार खड़ी की जा रही है। पड़ोसी राज्य में जो हो रहा है, वह तमिलनाडु में नहीं आना चाहिए। प्रगतिशील ताकतों के ज्यादा सावधान रहने का समय आ गया है।

चलिए आपको बताते हैं कि यह विवाद कैसे शुरू हुआःकर्नाटक के उडुपी में 1 जनवरी को हिजाब पर विवाद शुरू हुआ था, जिसके बाद शिमोगा सहित कई जिलों में इस पर प्रोटेस्ट होने लगा। कांग्रेस ने मांग की है कि उन सभी स्कूलों को एक हफ्ते के लिए बंद किया जाए, जहां पर यह विवाद हो रहा है।

दरअसल कर्नाटक के कुंडापुरा कॉलेज की 28 मुस्लिम छात्राओं को हिजाब पहनकर क्लास अटैंड करने से रोका गया था। इस मामले को लेकर छात्राओं ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर करते हुए कहा कि इस्लाम में हिजाब अनिवार्य है, इसलिए उन्हें इसकी अनुमति दी जाए। इन छात्राओं ने कॉलेज गेट के सामने बैठकर धरना देना भी शुरू कर दिया था।

लड़कियों के हिजाब पहनने के जवाब में कुछ हिंदू संगठनों ने लड़कों को कॉलेज कैंपस में भगवा शॉल पहनने को कहा था। वहीं, हुबली में श्रीराम सेना ने कहा था कि जो लोग बुर्का या हिजाब की मांग कर रहे हैं, वे पाकिस्तान जा सकते हैं। ये सवाल भी उठाया गया था कि हिजाब पहनकर क्या भारत को पाकिस्तान या अफगानिस्तान बनाने की कोशिश की जा रही है?

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