दिल्लीः उत्तर प्रदेश सहित पांच चुनावी राज्यों रैली पर लगी रोक जारी रहेगी। चुनाव आयोग ने कोरोना वायरस के मद्देनजर रैली पर लगी रोक को 22 जनवरी तक बढ़ा दिया है। साथ ही आयोग ने राज्यों को कोविड और आचार संहिता कानून का सख्ती से पालन कराने का निर्देश भी दिया है। हालांकि कुछ शर्तों में राजनीतिक दलों को थोड़ी ढील भी दी है। आयोग ने राजनीतिक दलों को इंडोर बैठक के लिए अधिकतम 300 लोग या हाल की 50 प्रतिशत कैपिसिटी तक छूट दी है। इससे पहले चुनाव आयोग ने बड़ी रैलियों और रोड शो 15 जनवरी तक लगाई थी।
इससे पहले उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, पंजाब और मणिपुर में चुनाव की तारीखों का ऐलान करते वक्त आयोग ने महामारी को देखते हुए 15 जनवरी तक रैलियों और जनसभाओं पर रोक लगा दी थी। आयोग ने इन राज्यों में कैंपेन को लेकर गाइडलाइंस जारी की थी। इसमें नुक्कड़ सभाओं पर भी बैन लगाया गया था। डोर-टू-डोर कैंपेन के लिए लोगों की संख्या 5 निश्चित की गई थी। इतना नहीं वोटों की गिनती के बाद विजय जुलूस निकालने पर भी प्रतिबंध लगाया गया था।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी से 7 मार्च तक 7 चरणों में वोटिंग होगी । पंजाब, उत्तराखंड और गोवा में एक साथ 14 फरवरी को वोटिंग होंगी। वहीं मणिपुर 27 फरवरी और 3 मार्च को वोट पड़ेंगे।इन सभी जगहों पर 10 मार्च को नतीजे घोषित किए जाएंगे।