लखीमपुरः  विधानसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में सियासी माहौल काफी गर्म हो गया है। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा शनिवार शनिवार को लखीमपुर खीरी पहुंची और ब्लॉक प्रमुख चुनाव के दौरान पसगवां गांव में चीरहरण का शिकार हुई अनीता सिंह से मुलाकात की।

इस दौरान प्रियंका बीजेपी पर जमकर बरसी और कहा कि लोकतंत्र का चीरहरण करने वाले बीजेपी के गुंडे कान खोलकर सुन लें, महिलाएं प्रधान, ब्लॉक प्रमुख, विधायक, सांसद, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री बनेंगी और महिलाओँ पर अत्याचार करने वालों को शह देने वाली सरकार को शिकस्त देंगी।

उन्होंने कहा कि नामांकन भरने आई महिला की पिटाई करना लोकतंत्र नहीं है। इस दौरान उन्होंने ब्लॉक प्रमुख चुनाव रद्द करने तथा दोबारा चुनाव कराने की भी मांग की।

इससे पहले प्रियंका ने शुक्रवार को  लखनऊ में मौन धरने पर बैठी थीं, जिसको लेकर यूपी पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है। लखनऊ के हजरतगंज थाने में दर्ज हुई प्राथमिकी में प्रियंका पर बगैर सूचना और इजाजत के धरना देने का आरोप लगा है। पुलिस ने कोविड प्रोटोकॉल के उल्लंघन को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, वेदप्रकाश त्रिपाठी, दिलप्रीत सिंह समेत 500 कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। इनके खिलाफ धारा 144 के उल्लंघन, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान, महामारी एक्ट की धाराएं लगाई गई हैं। हालांकि प्राथमिकी में प्रियंका को आरोपी नहीं बनाया गया

आपको बता दें कि अनीता सिंह  समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी रितु सिंह की प्रस्तावक थीं और आरोप है कि आठ  जुलाई को ब्लॉक प्रमुख पद के लिए नामांकन के दौरान बीजेपी नेताओं ने अनीता सिंह से बदसलूकी की थी। उनकी साड़ी खींची थी और कपड़े फाड़ दिए थे। इस मामले को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर हमला किया था।

उधर, पुलिस ने इस मामले में आरोपी दोनों भाजपा कार्यकर्ता को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि पसगंवा थाने के सभी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया। इसमें क्षेत्र के सीओ, एसएचओ, एक इंस्पेक्टर और तीन पुलिस सब इंस्पेक्टर शामिल थे।

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