दिल्लीः देश में तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को उच्चस्तरीय बैठक की। इस दौरान पीएम ने देशभर में ऑक्सीजन प्लांटों को लगाने के कार्य की समीक्षा की और इन्हें जल्द से जल्द चालू करने का निर्देश दिया।
आपको बता दें कि कई रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि देश में अगस्त-सितंबर में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है। इसी के मद्देनजर सरकार देश में दवा और ऑक्सीजन जैसे जरूरी संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने में जुट गई है।
मोदी ने वर्चुअल तरीके से आयोजित हुई बैठक में देशभर में ऑक्सीजन उत्पादन और उसकी उपलब्धता की समीक्षा की। इस दौरान अधिकारियों ने ऑक्सीजन संयंत्र लगाये जाने के कार्य की प्रगति के बारे में जानकारी दी। अधिकारियों ने मोदी को बताया कि देश में इस समय प्रधानमंत्री केयर्स फंड, मंत्रालयों और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों से मिली राशि से 1500 से अधिक ऑक्सीजन संयंत्र लगाए जा रहे हैं। इनके चालू होने के बाद देशभर में चार लाख से अधिक ऑक्सीजन बिस्तरों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जा सकेगी।
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम करें और इन संयंत्रों को जल्द से जल्द चालू किया जाए। अधिकारियों ने कहा कि वे राज्य सरकारों के साथ निरंतर संपर्क बनाये हुए हैं जिससे कि ऑक्सीजन संयंत्रों का काम जल्द पूरा हो सके।
इससे पहले केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में गुरुवार को प्रधानमंत्री मोदी ने महाराष्ट्र और केरल में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी पर चिंता जताई थी। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से हम तस्वीरों और वीडियो में देख रहे हैं कि सभी लोग भीड़-भाड़ वाली जगहों पर बिना मास्क और बिना सामाजिक दूरी बनाए घूम रहे हैं। यह अच्छा नजारा नहीं है और इससे हममें डर की भावना पैदा होनी चाहिए।
पीएम मोदी ने कहा कि ऐसे समय में लापरवाही के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए। एक गलती के दूरगामी प्रभाव होंगे और कोरोना पर काबू पाने की लड़ाई कमजोर होगी। सभी को यह याद रखना चाहिए कि कोरोना का खतरा टला नहीं है। कई अन्य देशों में संक्रमण में वृद्धि देखी जा रही है। वायरस भी म्यूटेट कर रहा है।
गौरतलब है कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान देश को ऑक्सीजन की किल्लत से जूझना पड़ा था। उस समय पर ऑक्सीजन न मिल पाने की वजह से कई मरीजों की जानें गई थीं। इसके बाद से ही सरकार ने ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाने को लेकर प्रयास तेज कर दिए थे।