दिल्लीः भारत में कोरोना वायरस कोरोना के डेल्टा+ वैरिएंट का खतरा बढ़ रहा है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को देश में वैक्सीनेशन की स्थिति और कोविड-19 से उत्पन्न हालात को लेकर उच्चस्तरीय बैठक की। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई इस बैठक में पीएमओ (PMO) यानी प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकारी, स्वास्थ्य सचिव और नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल मौजूद रहे। इस दौरान अधिकारियों ने प्रधानमंत्री मोदी को को ऐज ग्रुप के हिसाब से वैक्सीनेशन कवरेज के बारे में जानकारी दी। अधिकारियों ने मोदी को अलग-अलग राज्यों में हेल्थकेयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और आम लोगों को टीका लगाने के बारे में भी अवगत कराया।

बैठक में पीएम ने इस सप्ताह वैक्सीनेशन की रफ्तार में वृद्धि पर संतोष जताया और कहा कि इस रफ्तार को और आगे बढ़ाना जरूरी है। साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि टेस्ट में कमी न हो। क्योंकि टेस्ट की किसी इलाके में बढ़ते संक्रमण को ट्रैक करने और रोकने के लिए अहम हथियार है।

अधिकारियों ने मोदी को बताया कि पिछले छह दिनों में देशभर में 3.77 लोगों को वैक्सीन की डोज दी गई है, जो मलेशिया, सऊदी अरब और कनाडा जैसे देशों की पूरी आबादी से ज्यादा हैं। देश के 128 जिलों ने 45 साल से ज्यादा उम्र की 50 प्रतिशत से ज्यादा आबादी को टीका लग चुका है, जबकि 16 जिलों में यह दर 90 प्रतिशत से ज्यादा है।

अधिकारियों ने प्रधानमंत्री को बताया कि वे वैक्सीनेशन के लिए लोगों तक पहुंचने के नए तरीके पता करने और उन्हें लागू करने के लिए राज्य सरकारों के संपर्क में हैं। इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ऐसे प्रयासों में गैर सरकारी संगठनों और दूसरे संगठनों को शामिल किया जाना चाहिए।

आपको बता दें कि देश में अब तक कोरोना वैक्सीन के 31.48 करोड़ डोज लगाए जा चुके हैं। इनमें 26.02 करोड़ को पहला और 5.45 करोड़ को दोनों डोज लग चुके हैं। 21 जून से देश भर में नई गाइडलाइंस के हिसाब से वैक्सीनेशन ड्राइव शुरू होने के बाद से लगातार 50 लाख से ज्यादा डोज लगाए जा रहे हैं।

देश में शुक्रवार को कोरोना के 48,693 नए संक्रमितों की पहचान हुई है। इस दौरान 64,818 लोगों ने कोरोना को मात दी, जबकि 1183 लोगों की मौत हो गई।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here