दिल्लीः केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय के महत्वपूर्ण स्मार्ट सिटी अभियान के तहत मध्यप्रदेश के इंदौर और गुजरात के सूरत को संयुक्त रूप से स्मार्टी सिटी पुरस्कार से नवाजा गया है। आपको बता दें कि मोदी सरकार के सबसे अहम प्रोजेक्ट्स में शुमार स्मार्ट सिटी मिशन के शुक्रवार को छह साल पूरे हो गए। इस मौके पर इंडिया स्मार्ट सिटी कॉन्टेस्ट-2020 के नतीजे घोषित किए गए। केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने वर्चुअली आयोजित समारोह में पुरस्कार दिया।
साल 2020 में देश के 100 स्मार्ट सिटीज में ओवरऑल परफॉर्मेंस के मामले में सूरत और इंदौर ने अव्वल स्थान हासिल किया। वहीं राज्यों में उत्तर प्रदेश सबसे आगे है तथा मध्य प्रदेश को पहला और तमिलनाडु को दूसरे नंबर पर रहे। 2019 में सूरत स्मार्ट सिटीज में इकलौता विजेता था। इस बार उसे यह अवॉर्ड इंदौर के साथ बांटना पड़ा है।
आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने पहली बार राज्यों को उनके शहरों के ओवरऑल परफॉर्मेंस और उनकी बेहतर भूमिका के लिए अवॉर्ड दिए हैं। यूपी को सात और शहरों को अपने दम पर स्मार्ट सिटी बनाने के लिए पहला पुरस्कार मिला है। ये शहर मेरठ, गाजियाबाद, अयोध्या, फिरोजाबाद, गोरखपुर, मथुरा-वृंदावन और सहारनपुर हैं।
वहीं मंत्रालय ने कोविड इनोवेशन कैटेगिरी के तहत भी जॉइंट विनर घोषित किए हैं। महाराष्ट्र के कल्याण-डोंबिवली और यूपी में वाराणसी ने यह पुरस्कार जीता है। मंत्रालय के मुताबिक मिशन के तहत आने वाले कुल 5,924 प्रस्तावित प्रोजेक्ट का खर्च 1.78 लाख करोड़ रुपए है। इनके लिए टेंडर हो चुके हैं। 5,236 प्रोजेक्ट के लिए वर्क ऑर्डर जारी किए गए हैं। 45,080 करोड़ रुपये के 2,665 प्रोजेक्ट पूरे हो चुके हैं और काम कर रहे हैं।
मंत्रालय ने बताया कि 70 स्मार्ट सिटीज ने अपने इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर्स डेवलप किए हैं। ये मिशन के तहत तैयार बुनियादी ढांचे के साथ-साथ कोविड मैजेनमेंट के लिए भी वॉर रूम की तरह काम कर रहे हैं। ऐसे सेंटर सभी 100 शहरों में डेवलप किए जा रहे हैं।
मंत्रालय ने नौ शहरों को जलवायु के अनुकूल वातावरण विकसित करने के लिये चार सितारा वरीयता प्रदान की । इन शहरों में सूरत, इंदौर, अहमदाबाद, पुणे, विजयवाड़ा, राजकोट, विशाखापत्तनम, पिंपरी-चिंचवड़ और वडोदरा शामिल हैं। स्मार्ट सिटीज लीडरशिप अवॉर्ड के लिए अहमदाबाद, वाराणसी और रांची को चुना गया है।