नई दिल्ली.
बारिश का मौसम आते ही सभी के चेहरों पर खुशी देखने को मिलती है। ऐसे में शरीर का ख्याल रखना बेहद ज़रूरी होता है खासतौर पर आंखों का। आंखे हमारे शरीर की सबसे संवेदशील अंगों में से एक होती है और जरा सी लापरवाही आंखों के लिए हानिकारक साबित हो जाती है। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कैसे रखे मानसून के दौरान आंखों की देखभाल-
आंखों को साफ करने के लिए साफ और धुले कपड़े का इस्तेमाल करें और अपने हाथों की भी अच्छे से सफाई करें। रोज़ाना काम में आने वाले सामान जैसे तौलिए, चश्मा, कॉन्टेक्ट लेंस आदि किसी के साथ शेयर ना करें। इसके अलावा जब आप घर से बाहर निकले तो धूप का चश्मा लगाना बिल्कुल न भूलें। इससे बैक्टीरिया आंखों में प्रवेश नही कर पाते हैं।
लड़कियां पार्टी में जाती हैं तो अक्सर मेकअप शेयर ज़रूर करती हैं। खासतौर पर आई मेकअप। ऐसे में खास ध्यान रखें कि आई मेकअप को किसी के साथ शेयर ना करें। इसके अलावा आंखों से मेकअप हटाने के लिए साफ कपड़े का ही इस्तेमाल करें। मेकअप हटाते हुए कपड़े से आंखों को ज्यादा नहीं रगड़ना चाहिए।
मानसून के मौसम में सबसे ज्यादा कॉमन एलर्जिक कंजक्टिवाइटिस है, जो पूरी तरह एलर्जिक रिएक्शन से होता है। कई लोग देर तक आंखें मलते हैं, जिससे ये परेशानी होती है। कंजक्टिवाइटिस आंखों का एक ऐसा रोग है, जो आंखों को लाल कर देता है, इनमें खुजली लगती है और सूजन आ जाती है। यह संक्रमित रोग है। कंजक्टिवाइटिस के मामले में लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। इसके लक्षण नज़र आते ही तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
मौसम बदलने की वजह से भी आंखों में एलर्जी हो जाती है। इसके बचाव के लिए सबसे बढ़िया तरीका है कि आंखों को रोज़ाना ठंडे पानी से धोंए।
आमतौर पर बारिश के दौरान होने वाले संक्रमण न केवल डराने वाले, बल्कि बहुत हानिकारक भी होते हैं। ऐसे में आंख की कोई भी दवा खुद या अन्य लोगों से पूछकर न डालें, क्योंकि ऐसा करने पर आंख की रोशनी भी जा सकती है। अपने आई डॉक्टर की परामर्श पर ही दवा डालें।
इसके अलावा जलभराव वाले क्षेत्रों से बचें, क्योंकि उनमें बहुत सारे वायरस, बैक्टीरिया और फंगस होते हैं जो आसानी से संक्रमित हो सकते हैं और नुकसान पहुंचा सकते हैं।