अयोध्याः श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट महासचिव चंपत राय ने राम मंदिर निर्माण के लिए खरीदी गई जमीनों में घोटाले के आरोपों पर सफाई दी है। उन्होंने आरोपों को राजनीतिक साजिश बताया है। राय ने कहा है कि मंदिर के लिए खरीदी जा रही जमीनें बाजार मूल्य से बहुत कम रेट पर ली जा रही हैं। उन्होंने कहा कि अब तक मंदिर निर्माण के संबंध में खर्च हुए एक-एक पैसे का हिसाब रिकॉर्ड पर है।
राय का कहना है कि सुल्तान अंसारी और रवि मोहन तिवारी ने करीब 10 साल पहले ही बाग बिजेसर की जमीन कुसुम पाठक और हरीश पाठक से खरीद ली थी। तब के हिसाब से इसका रेट दो करोड़ तय कर लिया था। इसकी रजिस्ट्री भी करा ली थी, लेकिन जब मंदिर ने इस जमीन को खरीदने की इच्छा जताई तो सुल्तान अंसारी और रवि मोहन तिवारी ने पाठक परिवार से इस जमीन का बैनामा तय रेट पर 18 मार्च 2021 को कराया। इसके बाद उसे आज की रेट के हिसाब से मंदिर ट्रस्ट को बेचा। इसमें कहीं से भी कोई घोटाला और हेराफेरी नहीं है। यह केवल राम भक्तों को गुमराह करने के लिए साजिश है।
आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडेय पवन ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पर जमीन खरीद में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि दो करोड़ रुपए में बैनामा कराई गई जमीन को 10 मिनट के अंदर 18.50 करोड़ रुपए में रजिस्टर्ड एग्रीमेंट कर दिया गया। उन्होंने ने बताया कि सदर तहसील इलाके के बाग बिजैसी में स्थित 12 हजार 80 वर्ग मीटर की जमीन रवि मोहन तिवारी नाम के एक साधु और सुल्तान अंसारी के नाम बैनामा हुई थी। ठीक 10 मिनट बाद इसी भूमि का ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के नाम 18.50 करोड़ में रजिस्टर्ड एग्रीमेंट कर दिया जाता है। बैनामा और रजिस्टर्ड एग्रीमेंट 18 मार्च, 2021 को किया गया था।