नई दिल्ली.
कभी-कभार आने वाली हिचकी को नजरअंदाज किया जा सकता है, लेकिन लगातार हिचकी आना सामान्य नहीं है। आज हम आपको इससे संबंधित कुछ असरदार घरेलू नुस्खे बताने जा रहे हैं, जिनको अजमाकर इस समस्या से तुरंत राहत मिल सकती है।
-हिचकी का इलाज करने के लिए आप काली मिर्च का विकल्प भी चुन सकते हैं, क्योंकि काली मिर्च गले के रक्त संचार में सुधार करने का काम कर सकती है जिससे हिचकी को रोका जा सकता है। इसलिए हिचकी आए तो काली मिर्च के दानों को चीनी के साथ मुंह में रखकर चबाएं और धीरे-धीरे रस को चूसते रहें। ज्यादा तीखापन लगने पर आप पानी पी सकते हैं।
-कैमोमाइल प्राकृतिक जड़ी-बूटी है जो एंटीइंफ्लेमेटरी गुण से समृद्ध होती है। गले को आराम देने के लिए कैमोमाइल चाय का सेवन किया जा सकता है, क्योंकि इसका सकारात्मक प्रभाव हिचकी पर भी पड़ सकता है। बस एक कप गर्म पानी में एक कैमोमाइल टी बैग को डालकर थोड़ी देर के लिए छोड़ दें। फिर स्वाद के लिए नींबू के रस की कुछ बूंदे मिलाएं और उसका सेवन करें।
-हिचकी का इलाज करने के लिए आप शहद का विकल्प चुन सकते हैं। शहद में एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जिस वजह से इसका इस्तेमाल लंबे समय से सर्दी-खांसी के लिए किया जा रहा है। यह गले को संक्रमण से मुक्त कर आराम देने का काम करता है और इसका इस्तेमाल हिचकी के लिए लाभदायक हो सकता है। एक चम्मच शहद को मुंह में डालकर उसको धीरे-धीरे निगलें।
-नींबू एक खट्टा फल है, जिसका इस्तेमाल हिचकी को रोकने के लिए किया जा सकता है। यह हिचकी को बढ़ाने वाली नसों को उत्तेजित कर आराम का अहसास दिलाता है। इस वजह से इसके एक इस्तेमाल से हिचकियां तुरंत रूक जाती हैं। बस नींबू के एक चौथाई भाग पर चीनी छिड़कें और 8-10 मिनट के लिए उसे चूसें।