नई दिल्ली.अब तक की सबसे तेज़ कनैक्टिविटी पाने के लिए भारतीय यूजर्स पांचवी जनरेशन के 5G नेटवर्क का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं। Jio, Airtel, और Vi ऐसा नेटवर्क बनाने पर काम कर रहे हैं जो वर्चुअली सभी को एक दूसरे से कनैक्ट कर सके, इसमें मशीनें, ओब्जेक्ट्स और ऐसे डिवाइस शामिल हैं। 5G नेटवर्क की कुछ खासियत में हाई मल्टी-GBPS स्पीड, लो लेटेंसी और पिछली जनरेशन के नेटवर्क से अधिक भरोसेमंद है। साउथ कोरिया, US, यूरोप और चीन जैसे देश पहले ही 5G तैनात करने में आगे हैं। भारत में भी इन दिनों 5G नेटवर्क शुरू करने की तैयारियां चल रही है। केंद्र सरकार ने हाल ही में कहा है कि इस साल के अंत तक देश में 5G नेटवर्क सेवा शुरू हो जाएगी। हालांकि सरकार ने साफ किया है कि 5G नेटवर्क की शुरुआत पहले कुछ शहरों से होगी। इसे धीरे-धीरे पूरे देश में फैलाया जाएगा।
जियो इस साल के आखिर में 5G लॉन्च की तैयारी कर रहा है, वहीं एयरटेल का मानना है कि डोमेस्टिक टेलीकॉम मार्केट को 5G सेवाओं के लिए तैयार होने में 2 से 3 साल लग जाएंगे। इसके अलावा, सरकार ने भारत में अभी तक 5G स्पेक्ट्रम की सेल भी शुरू नहीं की है। टेलीकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) मार्च 2021 में 700 MHz से 2,500 MHz का ऑक्शन कर रही है लेकिन भारतीय टेलीकॉम ऑपरेटर्स के मुताबिक, यह अपर्याप्त और देश में 5 जी रोलआउट पर प्रतिकूल प्रभाव डालेगा। टेलीकॉम 3,300-3,600 मेगाहर्ट्ज की स्पेक्ट्रम बिक्री की सलाह देता है, जिसकी परिकल्पना 5G नेटवर्क के लिए की गई है।
अब यह तो तय हो गया कि 5G नेटवर्क का भारत में बेसब्री से इंतजार हो रहा है पर पहली बार 5G नेटवर्क की एक कमी भी सामने आई है। एक खबर के मुताबिक 5G नेटवर्क आपके मोबाइल की बैटरी के लिए ज्यादा अच्छा नहीं है। मोबाइल की बैटरी जल्दी खत्म हो जाती है। हाल ही में अमेरिका की सेलुलर कंपनी Verizon ने ग्राहकों से कहा है कि अपने मोबाइल में 5G नेटवर्क को ऑफ रखें। कंपनी ने ट्वीट करके ग्राहकों को बताया है कि मोबाइल की बैटरी बचाने के लिए एक तरीका अपने फोन को LTE या 4G नेटवर्क में रखना है।
जानकारों का कहना है कि अमेरिका में 5G नेटवर्क शुरू हो चुका है, लेकिन इस बीच कई यूजर्स ने मोबाइल की बैटरी जल्दी खत्म होने की शिकायत की है। लोगों का कहना है कि जब से 5G नेटवर्क इस्तेमाल कर रहे हैं मोबाइल को बार- बार चार्ज करना पड़ रहा है। बताते चलें कि 5G नेटवर्क फिलहाल मौजूदा 4G नेवटर्क से कई गुना तेज होगा। डेटा ट्रांसफर 10 गुना से 100 गुना तक तेज हो जाएगा।