तीन नए केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज 74वां दिन है। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत आज हरियाणा के चरखी दादरी की महापंचायत में शामिल होंगे। इससे पहले उन्होंने शनिवार को गाजीपुर बॉर्डर से किसान क्रांति 2021 का ऐलान किया। टिकैत ने कहा कि अब हमारा लक्ष्य 40 लाख ट्रैक्टरों की परेड निकालने का है। उन्होंने कहा कि हमने 26 जनवरी को दिल्ली में 20 हजार ट्रैक्टरों की परेड निकाली थी, लेकिन अब हम 40 लाख ट्रैक्टरों की परेड निकालने की योजना बना रहे हैं। इस दौरान उन्होंने किसानों से अपने ट्रैक्टरों पर किसान क्रांति 2021 लिखने की।
टिकैत ने एनजीटी (NGT) यानी नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के फैसले से नाराज किसानों से गाजीपुर में मुलाकात की। आपको बता दें कि एनजीटी ने 10 साल पुराने डीजल वाहनों पर बैन लगाने को कहा है, जिनमें इनमें ट्रैक्टर भी शामिल हैं। नाराज किसानों से मुलाकात के दौरान टिकैत ने कहा, “खेतों में चलने वाले ट्रैक्टर अब दिल्ली में एनजीटी के दफ्तर पर भी दौड़ेंगे। ये लोग अब तक तो नहीं पूछते थे कि कौन सी गाड़ी 10 साल पुरानी है। अब इनका क्या प्लान है? 10 साल से पुराने ट्रैक्टरों को बाहर करो और कॉरपोरेट्स की मदद करो? लेकिन 10 साल से पुराने ट्रैक्टर भी दौड़ेंगे और आंदोलन मजबूत होगा।“
टिकैत ने किसानों से धरना स्थल पर अपने खेतों से एक मुट्ठी मिट्टी लाने तथा प्रदर्शन स्थल से एक मुट्ठी मिट्टी वापस लेकर जाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि किसान प्रदर्शन स्थल से ले गई मिट्टी को अपने खेतों में डाल दें। इससे व्यापारी कभी आपकी जमीनों की ओर नहीं देख पाएंगे। उन्होंने किसानों से हर वक्त तैयार रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि जब भी बुलाया जाए तो किसान धरना स्थलों पर पहुंच जाएं।