‘ये तो बस ट्रेलर है’ …धमकी भरी चिट्ठी ने उड़ाए होश

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नई दिल्ली. साल 1979 में ईरान की क्रांति ने कट्टरपंथियों को सत्ता में आने का मौका दिया और तभी से ईरानी नेता इजराइल को मिटाने की बात करते रहे हैं। ईरान, इजराइल के अस्तित्व को स्वीकार नहीं करता है और उसका कहना है कि इजराइल ने मुसलमानों की ज़मीन पर अवैध कब्ज़ा कर रखा है। दूसरी तरफ़, इसराइल भी ईरान को एक ख़तरे के तौर पर देखता है। उसने हमेशा ही ये कहा है कि ईरान के पास परमाणु हथियार नहीं होने चाहिए। यही कारण है कि दोनों देशों में कभी सीधा युद्ध तो नहीं हुआ, लेकिन युद्ध जैसे हालात से कम भी नहीं तनाव।

यह तनाव नई दिल्ली में भी देखा जा रहा है। लुटियंस जोन इलाके में स्थित इजरायली दूतावास के बाहर शुक्रवार की शाम IED विस्फोट की की जांच अभी चल ही रही है कि एक चिट्ठी ने होश उड़ा दिए हैं। यह घटनास्थल के पास से ही बरामद की गई थी। चुनौती भरे शब्दों में साफ कहा गया है कि लिखा है कि ‘ये तो बस ट्रेलर है।’ इस बीच, सूत्रों ने बताया कि घटनास्थल से दिल्ली पुलिस को कुछ अहम सुराग हाथ लगे हैं, जिसकी मदद से आरोपियों के स्केच तैयार करवाए जा रहे हैं। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को एक सीसीटीवी फुटेज भी हाथ लगा है, जिसमें दिख रहा है कि एक कैब ने दो व्यक्तियों को ड्रॉप किया था, जो इजरायली दूतावास के बाहर घटनास्थल की तरफ जाते दिख रहे हैं। कैब ड्राइवर से संपर्क करके आरोपियों के स्केच तैयार किए जा रहे हैं और उनकी भूमिका जानने के लिए जांच की जा रही है।

इजरायल इस घटना को आतंकी हमला मान रहा है और उसे इसके पीछे ईरान का हाथ होने का शक है। इसलिए जांच के केंद्र में ईरानी हैं। दिल्ली पुलिस की क्राइम इन्वेस्टिगेशन टीम दिल्ली में रह रहे ईरानी लोगों को ब्योरा इकट्ठा कर रही है। इजरायल की एक जांच टीम जल्द ही भारत भी आ सकती है। बताया जा रहा है कि उस चिट्ठी में ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी और परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन फरखरिजादेह की हत्या का भी जिक्र है। हालांकि अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।

बता दें कि ये दूसरा मौका है जब दिल्ली में इजरायल के दूतावास को निशाना बनाने की कोशिश की गई है। इससे पहले साल 2012 में इजरायल के राजनयिक तेल येहोशुआ और भारत के ड्राइवर एक ब्लास्ट में घायल हुए थे। ये एक मैगनेटिक ब्लास्ट था। इस हादसे में कुल चार लोग घायल हुए थे। उस वक्त भी इज़रायल ने इस हमले के लिए ईरान को ज़िम्मेदार ठहराया था। इस घटना को लेकर भारत सरकार बेहद सख्त है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने इजरायल के अपने समकक्ष से बात की है। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि विस्फोट के बाद गृहमंत्री अमित शाह को ताजा हालात के बारे में बता दिया गया है।

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