कहते हैं कि फिल्मी कहानियां समाज का दर्पण होती हैं. लेकिन कई बार ऐसा भी वाकया सामने आता है जब कल्पना पर आधारित फिल्म वास्तविक धरातल पर जीवांत होती है. तो आपने नायक फिल्म तो देगी ही होगी. इस फिल्म में अनिल कपूर ने एक ऐसे शख्स का किरदार निभाया है जो एक दिन के लिए सूबे का मुख्यमंत्री चुना जाता है. इस एक दिन में ही वो शख्स इतना कुछ कर दिखाता है कि जनता उसे ही मु्ख्यमंत्री चुन लेती है. ये तो बात है रील लाइफ की. अगर रियल लाइफ में ऐसा कुछ हो जाए तो कैसा लगेगा. तो आइए हम आपको बताते हैं कि उत्तरखंड में रियल लाइफ में ऐसा ही कुछ हुआ, जिसमें 21 साल की एक लड़की को 1 दिन का मुख्यमंत्री बनाया गया है. 24 जनवरी को बालिका दिवस के मौके पर सृष्टि गोस्वामी को एक दिन का मुख्यमंत्री बनाया गया. महज 21 साल की सृष्टि गोस्वामी ने एक दिन के लिए उत्तराखंड सरकार की कमान संभाली. इस दौरान उन्होंने कई विभागों के प्रजेंटेशन देखे और कार्यों की समीक्षा भी की.
राज्य के सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सृष्टि को एक दिन का मुख्यमंत्री बनाने की हरी झंडी पहले ही दे दी थी. बालिका दिवस के अवसर पर औपचारिकता पूरी की गई. राज्य में पहली बार हो रहे इस घटनाक्रम को लेकर लोगों में उत्सुकता देखी गई.
वहीं, सृष्टि के पिता प्रवीण पुरी ने कहा कि उनका सिर गर्व सर ऊंचा हो गया है. उनकी बेटी उस मुकाम पर पहुंच गई है, जहां पहुंचने के लिए लोग सपने देखते हैं. पूरे देश में पहली बार ऐसा हुआ, जब मेरी बेटी एक दिन के लिए ही सही प्रदेश की मुख्यमंत्री बनी.
बता दें कि 24 जनवरी को बालिका दिवस पर एक दिन के लिए उत्तराखंड की मुख्यमंत्री बनने वाली हरिद्वार जिला केदौलतपुर गांव की बेटी सृष्टि गोस्वामी बचपन से ही होनहार हैं. साल 2018 में बाल विधानसभा में बाल विधायक भी चुनी जा चुकी हैं. वर्ष 2019 में सृष्टि गर्ल्स इंटरनेशनल लीडरशिप के लिए थाईलैंड में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं. सृष्टि पिछले दो साल से ‘आरंभ’ नामक योजना चला रही हैं. इसमें क्षेत्र के गरीब बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित करने के साथ मुफ्त में किताबें भी मुहैया कराती हैं.
सृष्टि रुड़की के बीएसएम पीजी कॉलेज की बीएससी एग्रीकल्चर की छात्रा हैं. पिता प्रवीण पुरी दौलतपुर गांव में किराने की छोटी सी दुकान चलाते हैं. मां सुधा गोस्वामी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं. छोटा भाई श्रेष्ठ पुरी कक्षा 11 का छात्र है.