कांग्रेस ने पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की बढ़ती कीमतों के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। पार्टी ने सरकार पर उत्पाद शुल्क के जरिए बीस लाख करोड़ रुपये कमाने का आरोप लगाया। कांग्रेस महासचिव अजय माकन ने रविवार को कहा कि सरकार उत्पाद शुल्क तत्काल खत्म कर जनता को राहत देनी चाहिए। साथ ही उन्होंने सरकार से उत्पाद शुल्क से हुई कमाई का हिसाब देश की जनता देने की मांग की।
माकन ने रविवार को यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से डीजल पर उत्पाद शुल्क आठ गुना बढ़ाया गया है, जबकि पेट्रोल पर यह शुल्क ढाई गुना बढ़ा है। वहीं रसोई गैस सिलेंडर पर सब्सिडी लगभग खत्म कर दी गई है, जिससे सरकार को 20 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की आमदनी हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कमाई करने के लिए उत्पाद शुल्क लगाकर पेट्रोल तथा डीजल की कीमत को अब तक के सबसे उच्चतम स्तर पहुंचा दिया है, जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में ईंधन के दाम आधे से कम हुए है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि पेट्रोल- डीजल तथा रसोई गैस के अंतरराष्ट्रीय बाजार में दाम कम हो रहे हैं, जबकि भारत में इनकी कीमतों में लगातार वृद्धि हो रही है, जिसका सीधा असर किसान, आम लोगों तथा ट्रांसपोर्टरों पर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में महंगाई चरम पर पहुंच गई है।
उन्होंने कहा कि पिछले छह साल में पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 23.78 रुपये प्रति लीटर एवं डीजल पर 28.37 रुपये प्रति लीटर की अतिरिक्त बढोतरी की गई है। इस तरह से इस दौरान पेट्रोल पर 258 प्रतिशत तथा डीज़ल पर 820 प्रतिशत की वृद्धि हुई है जिससे केंद्र सरकार ने 200 खरब रुपया कमाया है।
माकन ने कहा कि एलपीजी गैस सब्सिडी लगभग ख़त्म कर दी है। एलपीजी गैस सिलेंडरों के दाम बढ़ाकर और सब्सिडी घटाकर महिलाओं का रसोई बजट भी बिगाड़ दिया है। कांग्रेस सरकार में जहां बिना सब्सिडी का गैस सिलेंडर 414 रुपये का था आज दिल्ली में यह सिलेंडर 694 रुपये में मिल रहा है और सब्सिडी लगभग ख़त्म कर दी है। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में छोटा कारोबारी पिस रहा है, किसान आत्महत्या पर मजबूर हैं तथा बेरोजगारी चरम सीमा पर है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार अपने मित्र पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए जनता की जेबों पर डाका डाल रही है।