नए कृषि कानूनों के विरोध में मोदी सरकार की मुश्किलें बढ़ती जा रहा हैं. क्योंकि किसान आंदोलन के समर्थन में तमाम पार्टियां और संगठन लगातार आ रहे हैं. किसानों ने सरकार से दो-दो हाथ करने की ठान ली है और ऐलान कर दिया है कि जबतक कानून वापस नहीं होंगे, तबतक आंदोलन नहीं रुकेगा.
सोमवार (14 दिसंबर) की भूख हड़ताल समाप्त होने के बाद भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि आज का आंदोलन सफल रहा, किसान वापस नहीं जाएगा. कल के बाद रणनीति तैयार की जाएगी. जिन थानों से हमें परेशान किया जाएगा, हम वहां पर पशु बांधना शुरू करेंगे. हम प्रदर्शन शांति पूर्ण तरीके से ही रखना चाहते हैं लेकिन सरकार चाहती है कि हंगामा हो. हम ऐसा होने नहीं देंगे.
आपको बता दें कि अनशन पर बैठे राकेश टिकैत और बाकी किसान नेताओं ने बच्चों के जरिए अपना अनशन खोला है. राकेश टिकैत ने इसके साथ ही प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर हमारे ट्रैक्टर/गाड़ियों को रोका गया तो हम फिर हाईवे को रोकेंगे. अपने साथियों को आगाह करते हुए राकेश टिकैत ने कहा, “शरारती तत्वों से बचके रहना है, हमारे बीच कोई गलत तत्व ना आने पाए. जिससे हमारा आंदोलन प्रभावित हो. सरकार कानून को वापस ले, रास्ते खुल जाएंगे.”
राकेश टिकैत ने अनशन समाप्त करने के बाद कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस किसानों का उत्पीड़न कर रही है. किसानों को गिरफ्तार किया जा रहा है. उत्तर प्रदेश में किसानों की ट्राली बंद की जा रही है. उत्तराखंड के किसानों को रोके हुए हैं. भारतीय किसान यूनियन उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं करेगी. अगर किसानों को रोका तो हम गाजीपुर बॉर्डर रोक देंगे. जिस थाने में किसानों को रोका जाएगा हमारे स्थानीय कार्यकर्ता वहीं पशुओं को बांधने का काम करेंगे.