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विदेश डेस्क

प्रखर प्रहरी

मास्कोः जिस प्रयल में परिंदा भी पर नहीं मार सकता था, उसमें लाखों की चोरी हो गई। जी हां हम बात कर रहे हैं रूस के टॉप सीक्रेट विमान की The Ilyushin-80 विमान में हुई चोरी की, जिसकी जांच पुलिस ने शुरू कर दी है। इस विमान को ‘प्रलय विमान’ के नाम से जाना जाता है और इस पर परमाणु बम के हमले का भी कोई असर नहीं होता है।

स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार न्‍यूक्लियर कमांड सेंटर के रूप में तब्दील किए गए इस विमान को मरम्‍मत के लिए बेरिएव तगनरोग एविएशन साइंटिफिक एंड टेक्निकल कॉम्‍प्‍लेक्‍स ले जाया गया था। अब इसका हैच खुला पाया गया है और रेडियो के 39 उपकरण चोरी कर ल‍िए गए हैं। आइए जानते हैं कि क्या खासियत है इस विमान की…

The Ilyushin-80 परमाणु हमले को भी झेलने की ताकत रखता है। इस विमान को इस तरह से बनाया गया है कि परमाणु बम के हमले के समय यह विमान कई दिनों तक रूसी राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन सहित देश के शीर्ष अधिकारियों को लेकर उड़ान भर सकता है। इसकी इसी खासियत की वजह से चोरी की घटना को लेकर रूस में हंगामा मचा हुआ है।

सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार हवा में उड़ने वाले इन कमांड पोस्‍ट को अमेरिका ने सबसे पहले ‘प्रलय का विमान’ नाम दिया था। इन विमानों को इस तरह तैयार किया गया है कि परमाणु हमले या किसी बड़े प्राकृतिक आपदा के समय हवा में लगातार उड़ान भर सकते हैं। विमान उस बेहद कारगर साबित हो सकते हैं जब जमीन पर स्थित सभी कमांड इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर नष्‍ट हो जाए। अमेरिका के पास इस तरह का विमान E-4B है। इसे बोइंग के 747 विमान के आधार पर बनाया गया है। वहीं रूस ने अपने पैसेंजर विमान IL-86 को बदलकर इस विमान का निर्माण किया है और मौजूदा समय में रूस के पास चार प्रलय विमान हैं।

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