संवाददाता

प्रखर प्रहरी

पूर्णियाः बिहार में विधानसभा चुनाव के तीसरे एवं अंतिम चरण के प्रचार के आखिरी दिन राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इमोशनल कार्ड खेला। उन्होंने पूर्णिया के धमदाहा में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए गुरुवार को कहा कि यह उनका आखिरी चुनाव है।

नीतीन ने कहा, “जान लीजिए…आज चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है। परसों चुनाव है…और यह मेरा आखिरी चुनाव है। अंत भला तो सब भला।” वह चुनाव सभा को संबोधित कर ही रहे थे कि अजान सुनाई दी। उन्होंने तुरंत अपना भाषण रोक दिया और सभी लोगों से चुप रहने को कहा।

आपको बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव के आखिरी चरण के लिए आज प्रचार का शोर थम गया। इस चरण में सात नवंबर यानी शनिवार को 78 सीटों पर वोटिंग होगी। इस फेज में 1204 उम्मीदवारों के किस्तम का फैसला होगा। नतीजे 10 नवंबर को आएंगे।

नीतीश के बयान पर उठे सवाल

पूर्णया के धमदाहा में दिए गए नीतीश कुमार के बयान पर सवाल उठ रहे हैं कि उनका यह बड़ा फैसला है या उन्होंने इमोशन कार्ड खेला है? हालांकि जेडीयू राजीव रंजन ने कहा है कि नीतीश के इस बयान के मायने यह हैं कि वह 2025 का चुनाव नहीं लड़ेंगे।  उन्होंने कहा कि नीतीश ने विपक्ष के सामने एक लंबी लकीर खींच दी है और मील का पत्थर खड़ा किया है। उन्होंने एक संन्यासी की तरह विरक्त भाव से बिहार की राजनीति की है और उनके इस बयान ने सबको चौंकाया है।

तेजस्वी और चिराग ने कसा तंज

नीतीश कुमार द्वारा आखिरी चुनावी सभा में दिए गए बयान पर विपक्षी नेताओं ने तंज कसा है। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा कि हम तो शुरू से यह बात कह रहे थे कि नीतीश कुमार थक चुके हैं और उन्होंने संन्यास की घोषणा करके हमारी बात पर मुहर लगा दी।

वहीं आरएलएसपी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने भी कहा कि नीतीश को अब आराम करना चाहिए। कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि विपक्ष पहले से कह रहा है कि नीतीश कुमार थक गए हैं। पहले और दूसरे चरण की वोटिंग के बाद उन्हें अपनी हार का अहसास हो गया है। वहीं एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान ने भी ट्वीट कर कहा कि अगले चुनाव में न साहब रहेंगे और न जेडीयू।

 

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