संवाददाता
प्रखर प्रहरी
दिल्लीः वैश्विक महामारी कोरोना के कारण में देश के कुछ लेखकों कलाकारों ने अभिनव प्रयोग किया है। कोविड-19 के कारण लागब लॉकडाउन के दौरान लेखकों और कलाकारों ने व्हाट्सऐप के जरिए दीपशिखा नाम से हिंदी की आधुनिक मीरा कही जाने वाली महादेवी वर्मा के जीवन पर एक अनोखा नाटक तैयार किया है, जिसे शुक्रवार को महादेवीजी की पुण्यतिथि पर सोशल मीडिया पर पेश किया जाएगा। महादेवी जी की पुण्यतिथि पर 11 सिंतबर को कई डिजिटल समारोह आयोजित हो रहे है।
दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, ग्वालियर मुजफ्फरपुर, जमशेदपुर, रांची,जयपुर और असम के लेखकों और कलाकारों ने घर बैठे व्हाट्सऐप पर इस नाटक को तैयार किया है। इन लोगों ने व्हाट्सऐप पर नाटक के संवाद रिकॉर्ड किया। फिर उन्हें आपस में पिरो कर इस संगीतमय नाटक तैयार किया है। इस नाटक को स्त्री दर्पण ग्रुप से जुड़े लोगों ने तैयार किया है। इसमें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ,पंडित जवाहरलाल नेहरू और निराला जैसे पात्र भी हैं। इस नाटक में महादेवीजी को 1935 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हाथों मिले सेकसरिया पुरस्कार का भी जिक्र है। इस नाटक में महादेवी वर्मा और सुभद्रा कुमारी चौहान की स्कूल में मित्रता का भी वर्णन हैं। साथ ही महादेवीजी के जन्म से लेकर उनके निधन तक उनकी पूरी जीवन यात्रा को पेश किया गया है। नाटक का निर्देशन राजेश करमहे ने किया है।
आपको बता दें कि इससे पहले “मैला आंचल”” ग्रुप के सदस्यों ने हिंदी के अमर शब्द शिल्पी फणीश्वर नाथ रेणु के जीवन पर भी एक व्हाट्सऐप नाटक तैयार किया था, जिसका इसका निर्देशन वसुंधरा व्यास ने किया था।