बिजनेस डेस्क
प्रखर प्रहरी
मुंबईः घरेलू शेयर बाजार में आज लिवाली का जोर रहा। वैश्विक बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों के बीच बैंकिंग, वित्त, बिजली और यूटिलिटीज समूहों में आज निवेशकों ने खरीदारी की, जिसके कारण शेयर बाजार आधा फीसदी से अधिक की उछाल के साथ बंद हुआ। बीएसई यानी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज सेंसेक्स 214.33 अंक यानी 0.56 प्रतिशत की बढ़त के साथ 38,434.72 अंक पर और एनएसई यानी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 59.40 अंक यानी 0.53 प्रतिशत चढ़कर 11,371.60 अंक पर पहुंच गया। बीएसई का मिडकैप 0.57 प्रतिशत की बढ़त के साथ 14,953.95 अंक पर और स्मॉलकैप 1.41 फीसदी ऊपर 14,625.19 अंक पर बंद हुआ।
बीएसई में बिजली समूह का सूचकांक आज सबसे अधिक 2.83 प्रतिशत चढ़ा। यूटिलिटीज, बैंकिंग, वित्त और रियलिटी समूहों में भी अच्छी तेजी रही। सेंसेक्स में एनटीपीसी का शेयर पौने पाँच प्रतिशत चढ़ गया। एशियन पेंट्स और पावरग्रिड में भी लगभग साढ़े चार फीसदी की तेजी रही। एचडीएफसी बैंक, नेस्ले इंडिया और सनफार्मा के शेयर दो से ढाई प्रतिशत के तक चढ़े। रिलायंस इंडस्ट्रीज और इंफोसिस जैसी कंपनियों ने बाजार पर दबाव बनाया।
उधर, एशिया में दक्षिण कोरिया का कोस्पी 1.34 प्रतिशत, हांगकांग का हैंगसेंग 1.30 प्रतिशत, चीन का शंघाई कंपोजिट 0.50 प्रतिशत और जापान का निक़्केई 0.17 प्रतिशत की बढ़त में बंद हुआ। यूरोप शुरुआती कारोबार में जर्मनी का डैक्स 0.35 प्रतिशत और ब्रिटेन का एफटीएसई 0.09 फीसदी मजबूत हुआ। सेंसेक्स 251.54 अंक की मजबूती के साथ 38,471.93 अंक पर खुला और पूरे दिन हरे निशान में रहा। यह एक समय साढ़े तीन सौ अंक से अधिक की बढ़त के साथ 38,579.83 अंक पर पहुंचने में भी कामयाब रहा। कारोबार की समाप्ति से पहले इसकी गिरावट कुछ कम हुई और यह नीचे 38,411.37 अंक तक गया। अंत में गत दिवस की तुलना में 0.56 प्रतिशत ऊपर 38,434.72 अंक पर बंद हुआ।
21 अगस्त को बीएसई में कुल 2,976 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें 1,830 में लिवाली और 980 में बिकवाली का जोर रहा जबकि शेष 166 कंपनियों के शेयर दिनभर के उतार-चढ़ाव के बाद अंतत: अपरिवर्तित बंद हुये। वहीं निफ्टी 97.45 अंक की बढ़त में 11,409.65 अंक पर खुला। यह ऊपर 11,418.50 अंक तक और नीचे 11,362.20 अंक तक गया। अंत में गत दिवस की तुलना में 0.53 फीसदी की बढ़त के साथ 11,371.60 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी की 50 कंपनियों में से 30 के शेयरों में लिवाली और शेष 20 में बिकवाली का जोर रहा।