बिजनेस डेस्क

प्रखर प्रहरी

दिल्लीः वैश्विक महामारी कोरोना के मद्देनजर लागू लॉकडाउन के कारण मई महीने में देश के सेवा क्षेत्र में भारी मंदी दर्ज की गई है। आईएचएस मार्किट द्वारा तीन जून को जारी की रिपोर्ट के अनुसार मई में सेवा कारोबार गतिविधि सूचकांक 12.6 दर्ज किया गया।

आप को बता दें कि माह दर माह आधार पर जारी आईएचएस मार्किट की रिपोर्ट में सूचकांक का 50 से नीचे रहना गिरावट को दर्शाता है। सूचकांक 50 से जितना अधिक नीचे होता है गिरावट उतनी ही बड़ी होती है। पचास का स्तर स्थिरता और इससे अधिक होना तेजी का सूचक है।
रिपोर्ट के अनुसार, 14 साल के इतिहास में इस साल अप्रैल के बाद की यह सबसे तेज गिरावट है। अप्रैल में सूचकांक 5.4 पर रहा था। आईएचएस मार्किट ने 14 साल पहले ही सेवा क्षेत्र के आंकड़े एकत्र करना शुरू किया था। इससे पहले 01 जून को विनिर्माण क्षेत्र के आंकड़े जारी किये गये थे और उसमें भी बड़ी गिरावट के साथ सूचकांक 30.8 दर्ज किया गया था।

आईएचएस मार्किट के अर्थशास्त्री जो हेज ने कहा कि सेवा क्षेत्र में घरेलू और विदेशी दोनों तरह की मांग कमजोर बनी हुई है। क्लाइंटों का कारोबार बंद रहने और ग्राहकों की आवक में ऐतिहासिक गिरावट के कारण मांग में कमी आयी है। उन्होंने कहा कि सकल घरेलू उत्पाद के कोविड-19 से पहले के स्तर पर पहुंचने में समय लगेगा। कमजोर माँग के बीच कंपनियों ने जमकर कर्मचारियों की छंटनी की है।

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