बिजनेस डेस्क
दिल्लीः अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेन्सी मूडीज़ ने भारत की साख को बी ए ए 2 से घटा कर बी ए ए 3 कर दी है। साथ ही लंबे समय तक कम विकास दर और वित्तीय स्थिति ख़राब बने रहने और इन्हें दूर करने की नीतियों को लागू करना मुश्किल होने की संभावा जताई है।
मूडीज़ इनवेस्टर्स सर्विस द्वारा साख घटाए जाने से अंतररष्ट्रीय स्तर पर भारत की स्थिति पहले से खराब मानी जायेगी। अब भारत को ऋण देना या यहां निवेश करने को पहले की तुलना में अधिक जोखिम भरा हो जाएगा। मूडीज़ ने कहा है कि पहले से ही आर्थिक सुधार लागू नहीं होने और सरकार की नीतियों की वजह से विकास दर बहुत ही धीमी रही है। जीडीपी यानी सकल घरेलू उत्पाद वृद्धि दर घटकर 4.2 प्रतिशत पर आ गई है। इसके पहले मूडीज़ ने कहा था कि इस साल भारत के डीजीपी की वृद्धि दर घट कर 0.2 प्रतिशत रह सकती है। मू़डीज ने इसकी वजह कोरोना के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाला बुरा प्रभाव को बताय था। मूडीज़ ने मार्च महीने भारत की जीडीपी वृद्धि दर 2.5 प्रतिशत होने का अनुमान लगाया था।